पश्चिमी सीमा के बॉर्डर पर इन दिनों जीरो लाइन और तारबंदी क्षेत्र में रात को कोहरा छाने से जवान ज्यादा दूर तक नजर नहीं रख पाते। सुबह भी १०-११ बजे तक कोहरा छाया रहता है। पत्रिका संवादाता को जवानों ने बातचीत में बताया कि कोहरे से निपटने के लिए जाब्ते की ताकत का उपयोग कर रहे है। कोहरे के दौरान खासकर रात को सामान्य दिनों की बजाए दो गुणा संख्या में जवान पेट्रोलिंग कर रहे हैं।
दो घंटे के अंतराल पर चाय की डोज बॉर्डर पर सर्दी में गश्त कर रहे जवानों के लिए दो-दो घंटे के अंतराल पर चाय पहुंचाने की व्यवस्था सीमा चौकियों ने की है। हाल ही में प्रत्येक बटालियन एक-एक हजार नए गर्म कम्बल भी दिए गए है। साथ ही गर्म टॉपी, जूते-जुराब और जैकेट भी दिए गए है। गश्ती दल अपने साथ गर्म पानी की भरी कैतली साथ रखते है।
दो की जगह अब एक सप्ताह का बीएसएफ की ओर से हर साल सर्द ऋतु में दो सप्ताह का ऑपरेशन सर्द हवा के तहत विशेष अलर्ट बॉर्डर पर रखा जाता है। इस दौरान बीएसएफ के बटालियन हैड क्वार्टर, सेक्टर हैड क्वार्टर और रिजर्व बटालियन के जवान और अधिकारी भी बॉर्डर पर रहते है। खासकर बीएसएफ की खुफिया विंग जी ब्रांच के अधिकारी और कार्मिक बॉर्डर एरिया में २४ घंटे रहकर बॉर्डर की सुरक्षा और निगरानी सुनिश्चित करेंगे। इस अलर्ट में गणतंत्र दिवस बीच में आता है। इस बार ऑपरेशन सर्द हवा २२ से २८ जनवरी तक एक सप्ताह का रहेगा। साल २०२० में १६ से २९ जनवरी, साल २०१९ में १७ से ३० जनवरी, साल २०१८ में १६ से २९ जनवरी, साल २०१७ में १५ से २८ जनवरी और २०१६ में १७ से ३० जनवरी तक ऑपरेशन सर्द हवा का अलर्ट रहा था।
ऑपरेशन सर्द हवा: इन पर रहेगा फोकस – बॉर्डर पर जवानों की संख्या बढ़ाई जाएगी। बीएसएफ के अधिकारी भी सीमा पर रहेंगे। – तारबंदी के पास गश्त के साथ सीमावर्ती रास्तों पर गश्त, पीछे रियर नाके लगाए जाएंगे।
– आधुनिक हथियार और उपकरण बॉर्डर पर रहेंगे। प्रोटेक्शन ऑफ प्लान की रिहर्सल। हर समय मुस्तैद बीएसएफ ११४ बटालियन के कमांडेंट हेमंत यादव के अनुसार विषम परिस्थितियों में बॉर्डर की निगरानी और सुरक्षा के लिए बीएसएफ पूरी तरह मुस्तैद है। डीआइजी पुष्पेन्द्र सिंह राठौड़ के निर्देशन में कोहरे में और ज्यादा सतर्कता से निगरानी कर रहे है। ऑपरेशन सर्द हवा के तहत अतिरिक्त सतर्कता भी रहेगी।