अनाज मंडियों में मौजूदा हाजिर भावों की बात करें तो अरहर एमएसपी से करीब ८०० रुपए प्रति क्विंटल, मसूर पांच से छह सौ रुपए प्रति क्विंटल, बाजरा ढाई से तीन सौ रुपए प्रति क्विंटल, उड़द एक हजार रुपए प्रति क्विंटल से अधिक, मक्का चार से पांच सौ रुपए, सोयाबीन दो सौ रुपए प्रति क्विंटल, मूंगफली आठ सौ रुपए प्रति क्विंटल कम दाम पर बिक रही है।
रबी की बुआई नवम्बर-दिसम्बर में शुरू हो जाएगी। इन फसलों के भाव ऑफ सीजन में भी एमएसपी के आसपास नहीं आ पाए हैं। सरसों का एमएसपी जहां ४२०० रुपए प्रति क्विंटल है, वहीं हाजिर भाव ३७०० के आस-पास है। यही हाल चने का है। इसका एमएसपी ४६२० रुपए के मुकाबले मौजूदा मंडी भाव ३९०० रुपए है। तीन के भाव ज्यादा तिल एमएसपी से करीब ५०० रुपए, मक्का ३०० रुपए और गेहूं २०० रुपए प्रति क्विंटल अधिक भाव पर बिक रहे हैं।
जिंस एमएसपी हाजिर भाव
अरहर ५८०० ५०००
मूंग ७०५० ५७००
उड़द ५७०० ४५००
मसूर ४४७५ ३९००
बाजरा १९५० १७००
सोयाबीन ३७१० ३५००
मूंगफली ५०९० ४२००
(भाव रुपए प्रति क्विंटल) सरकार किसान-व्यापारी की चिंता करे
जिस तरह सरकार ऑटो सेक्टर, हाउसिंग सेक्टर, मैन्युफैक्चरिंग और बैकिंग सेक्टर को राहत देने में जुटी है। उसी तरह किसान और अनाज व्यापारी के लिए चिंता करने व राहत के कदम उठाने की जरूरत है। पश्चिमी राजस्थान की ग्वार गम इंडस्ट्रीज को बचाने के लिए जरूरी कदम उठाए जाने चाहिए। ग्वार गम की ९८ फीसदी इंडस्ट्रीज बंद हो चुकी हैं।
-पुखराज चौपड़ा,
अनाज व्यापारी और विश्लेषक