पुलिस ने माना प्रमाणित
सीआइ शर्मा के मुताबिक लोकेन्द्रसिंह व अभिषेक क्रिकेट सट्टा करते थे। यह दोनों आरोपी किशन मूंधड़ा के यहां मैचों पर पैसा लगाते थे। आरोपी किशन को पता था कि यह एटीएम मशीनों में रुपए डालने का काम करते हैं और धीरे-धीरे गबन कर रहे हैं। इसके बावजूद उनका सहयोग किया। दोनों ने काफी रुपए आरोपी किशन की बुकी के मार्फत सट्टा किया था। आरोपी ने पुलिस पूछताछ में भी कबूल किया था कि गबन की राशि किशन मूंधड़ा के यहां लगाई थी। इसके बाद पुलिस ने करीब दो महीने हर पहलु पर बारीकी से की जांच में यह सब बातें प्रमाणित पाए जाने पर बुकी किशन को गिरफ्तार किया।
क्रिकेट सट्टा युवा पीढ़ी को बर्बादी की ओर ले जा रहा हैं। युवा क्रिकेट में रुपए हारने पर अपराध के दलदल में फंस रहे हैं। लोकेन्द्र और अभिषेक हाल ही में ताजा उदाहरण हैं, जिन्होंने क्रिकेट में रुपए लगाकर रातों रात अमीर बनने के लिए करोड़ों रुपए का गबन किया और क्रिकेट सट्टे में रुपए गवां दिए। अमीर तो बने नहीं लेकिन अपराधी जरूर बन गए।
बीछवाल पुलिस थाने में हनुमानगढ़ हाल लोकेशन सेक्योर वेल्यू इंडिया लिमिटेड मुम्बई के इंचार्ज अशोक कुमार सोनी ने २१ सितंबर को बीछवाल पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया। उसने बताया कि बीकानेर में बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा समतानगर के एटीएम मशीनों में रुपए डालने के लिए कंपनी ने लोकेन्द्रसिंह व अभिषेक को कस्टोडियन नियुक्त कर रखा था। दोनों आरोपियों ने मशीनों में ४,०२,५१,५०० रुपए कम डालकर गबन किया है।