बीकानेर की कई प्रतिभाओं ने बॉलीवुड व टेलीविजन क्षेत्र में जिले का नाम रोशन किया है। इसमें संदीप आचार्य, राजा हसन, चारू आसोपा, दीपक पारीक आदि अनेक कलाकार शामिल है। इसी कडी़ में बीकानेर के टेक्नीशियन मुमताज सिंवल का नाम भी जुड़ गया है।
बीकानेर के छोटे से गांव केशरदेसर जाटान के मुमताज सिंवल ने भी बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में कुछ कर दिखाने का सपना देखा और सपना पूरा भी हुआ। मात्र चार सौ रुपए लेकर घर निकले मुमताज सिंवल आज मुम्बई में इंडोर व आउटडोर साउंड मिक्सिंग व रिकॉर्डिस्ट के रूप में 35 से ज्यादा सीरियल, रियलिटी शो व 25 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है।
मुमताज ने टेक्नीशियन के रूप में डांस इंडिया डांस, सुपरडांसर, नच बलिये, सारेगामापा लिटील चैंप, इंडियन आयडियल, कॉमेडी नाइट्स आदि रियलिटी शो तथा सात फेर, ये रिश्ता क्या कहलाता है, सावधान इंडिया, क्राइम अलर्ट, लाल इश्क, अर्धांगिनी, जय हनुमान, आदत से मजबूर, पापा बाई चांस, हासिल, थपकी, गुस्ताख दिल आदि सीरियल में मिक्सिंग व साउंड रिकॉर्डिस्ट के रूप में काम किया है।
मुमताज सिंवल ने टेक्नीशियन के रूप में बॉलीवुड में वेब सीरीज कौशिकी व बेवफा के साथ साथ कई बॉलीवुड फिल्में युवा, लफंगे, है अपना दिल तो आवारा सहित राजस्थानी, मराठी, भोजपुरी, पंजाबी, गुजराती फिल्मों में भी मिक्सिंग व साउंड रिकॉर्डिस्ट रहे हैं।
बताई संघर्ष की कहानी
सिंवल ने बताया कि मई 2005 में मुम्बई के लिए निकला। वहां में म्यूजिक डायरेक्टर राज सैन से मिला और फिल्म लाइन में काम करने की बात कही। उन्होंने एक पोस्ट प्रोडक्शन हाउस में काम पर रख लिया। वहां जाकर पता चला कि काम मुश्किल है लेकिन हार नहीं मानी और बिना मेहनताने दो साल तक काम किया। इसके बाद साउंड रिकॉर्डिंग का डिप्लोमा किया और मोनो व स्टीरियो मिक्सिंग सीखी।
इसके बाद पीछे मुड़कर तक नहीं देखा। कई टीवी शोज में काम किया। इसके बाद मुम्बई में खुद का स्टूडियो खोल लिया और अब युवाओं को भी यह कार्य सीखा रहा हूं। उन्होंने बताया कि उनके परिवार में दादाजी का पूरा सहयोग रहा। इसी वजह से आज इस मुक़ाम तक पहुंच पाया।
सिंवल ने कहा कि सपने तो अभी बहुत है। यह तो बस शुरुआत है। फिल्म इंडस्ट्री में सपने लेकर आने वाले यंगस्टर्स को यहीं कहूंगा कि पहले यह निश्चित कर लें कि आपका मकसद क्या है। यह सब करने के बाद आप निराश होकर नहीं लौटेंगे।