सुबह से ही सूर्यदेव ने भृकुटी तान रखी थी। जिससे पूरे दिन शहर खूब तपा। जैसे-जैसे दिन गुजरता गया, वैसे-वैसे गर्मी बढ़ती गई। दोपहर में गर्मी अपने पूरे सबाब पर रही। सुबह व शाम को दक्षिणी पश्चिमी हवाओं के चलने से पूरे दिन लोगों को बेहाल कर दिया। लू के चलते सड़कों पर सन्नाटा छाया रहा। गर्मी लोगों को हेलमेट, स्कार्फ एवं कपड़े से ढके चेहरों को भी बेधती रही। तेज गर्मी के चलते दोपहर में आवश्यक कार्य करने के लिए घरों से निकले।
तेज धूप के चलते लोग यहां-वहां छाया में आसरा खोजते नजर आए। ठंडे पानी और पेय पदार्थो की खपत रही। गन्ने का ज्यूस, छाछ, आइसक्रीम व ठंडे पेय पदार्थो की दूकानों पर लोग सुस्ताते नजर आए। अधिकतम तापमान ४३.७ डिग्री व न्यूनतम तापमान २७.४ डिग्री सेल्सियस रहा।