कार्यवस्थार्थ व प्रतिनियुक्तियों पर कार्यरत चिकित्सा कार्मिकों को उनके मूल पदस्थापन स्थानों पर भेजने के आदेश निदेशक ईएसआई, आरएससी, मोबाईल सर्जिकल यूनिट, नियंत्रक एवं प्रधानाचार्य आयुर्विज्ञान महाविद्यालय, अधीक्षक संलग्न चिकित्सालय समूह, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी, संबंधित नियंत्रक अधिकारियों को दिए गए हैं।
शहर से ग्रामीण क्षेत्र तक होंगे प्रभावित
कार्यव्यवस्थार्थ और प्रतिनियुक्तियों के निरस्त होने से मेडिकल कॉलेज व पीबीएम अस्पताल, नर्सिंग स्कूल व नर्सिंग कॉलेज, सीएमएचओ कार्यालय, जिला अस्पताल सहित बीसीएमओ कार्यालयों और चिकित्सालयों, शहरी डिस्पेंसरियों, पीएचसी, सीएचसी आदि में पदस्थापित कार्यव्यवस्थार्थ व प्रतिनियुक्त चिकित्सा कार्मिक प्रभावित होंगे। बताया जा रहा है कि बड़ी संख्या में चिकित्सा कार्मिक कार्यवस्थार्थ व प्रतिनियुक्ति पर इधर -उधर हो रखे हैं। इसकी वजह से अस्पतालों, डिस्पेंसरियों आदि में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। दर्जनों कर्मचारी अपने मूल पदस्थापन स्थानों पर कार्य न कर कार्यव्यवस्थार्थ व प्रतिनियुक्त स्थानों पर लंबे समय से काम कर रहे हैं।
इन संवर्गो के कार्मिक होंगे प्रभावित
कार्यव्यवस्थार्थ व प्रतिनियुक्तियों के निरस्त होने से चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में नर्सिंग कर्मचारी, लैब टैक्निशियन, रेडियोग्राफर, मंत्रालयिक व अधीनस्थ संवर्ग के कर्मचारी प्रभावित होंगे। स्वास्थ्य विभाग में कई ग्रामीण सेवाओं में कार्यरत कर्मचारी शहरी डिस्पेंसरियों, सीएमएचओ कार्यालय में कार्य कर रहे हैं। वहीं बताया जा रहा है कि पीबीएम के वार्डों में मरीजों के उपचार में जुटे नर्सिंग कार्मिकों को भी नर्सिंग कॉलेज व नर्सिंग स्कूल में कार्यव्यवस्थार्थ व प्रतिनियुक्तियों पर लगा रखा है। पीबीएम अस्पताल में भी कई चिकित्सा कार्मिक इधर -उधर हो रखे हैं। इस आदेश के बाद अब कार्मिक अपने मूल पदस्थापन आदेश पर लौट सकेंगे।