चिल्ड्रन पार्क को देखकर सहज ही यह अनुमान लगाया जा सकता है कि जिस विभाग के पास इस पार्क की देखभाल का जिम्मा है वह इस ओर ध्यान भी दे रहा है। पार्क में जगह-जगह पड़े गढ्ढे, असमतल जमीन, टूटे झूले इसकी दुर्दशा को बयां कर रहे हैं। पार्क में चाहे दूब ना लगे मगर बच्चों के खेलने के लिए पड़ी खुली जमीन की दयनीय स्थिति इस पार्क की उपेक्षा को बयां कर रही है।
रतन बिहारी चिल्ड्रन पार्क कचरे और गंदगी का ठिकाना बना हुआ है। पार्क के दीवारों की ओर कचरे के ढेर और गंदगी फैली हुई है। बच्चों के खेल मैदान में चारों और पॉलीथिन की थैलियां और कचरा पड़ा है। पार्क को देखकर नहीं लगता है कि यहां कभी सफाई भी हो रही है। पार्क की सफाई की ओर संबंधित विभाग कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
इस चिल्ड्रन पार्क की दुर्दशा हो रखी है। यहां न सफाई है और ना ही झूलों की सही स्थिति। चारों और गंदगी तथा कचरा फैला हुआ है। यहां खेल रहे बच्चों में गंदगी और कचरे के कारण इंफेक्शन होने व बीमार होने का खतरा बना रहता है। टूटे झूलों व गढ्ढों के कारण आए दिन बच्चे गिरकर घायल हो रहे हैं। गंदगी, कचरे, असमतल जमीन और टूटे झूलों के कारण यहां बच्चे सुरक्षित नहीं है।
मोहम्मद इशहाद, अभिभावक