उन्होंने 18 से 44 आयुवर्ग के लोगों के लिए केन्द्र द्वारा निशुल्क टीके उपलब्ध करवाने की मांग रखी। शहर एवं देहात कांग्रेस के पदाधिकारियों ने बताया कि केन्द्र सरकार अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रही है। उसने कोरोना महामारी में राज्य सरकार के पाले में टीकाकरण के कार्य को छोड़ दिया है। पदाधिकारियों ने प्रतिदिन एक करोड़ वैक्सीनेशन सुनिश्चित करने व भारत के हर नागरिक को यूनिवर्सल मुफ्त वैक्सीनेशन दिलवाने की मांग करते हुए जिला कलक्टर नमित मेहता को ज्ञापन सौंपा।
कांग्रेस के शहर जिलाध्यक्ष यशपाल गहलोत ने बताया कि भारत सरकार के अनुसार, 31 मई, 2021 तक केवल 21.31 करोड़ वैक्सीन ही लगाई गई। लेकिन वैक्सीन की दोनों खुराकें केवल 4.45 करोड़ भारतीयों को ही मिली है। जो भारत की आबादी का केवल 3.17 प्रतिशत है। देहात जिलाध्यक्ष महेन्द्र गहलोत ने बताया कि केन्द्र में मोदी सरकार वैक्सीन का निर्यात करने में व्यस्त है।
उन्होंने बताया कि देश में कोरोना टीके की मांग के बावजूद केन्द्र सरकार टीके का निर्यात करने पर तुली है। जिला कलक्टर को राष्ट्रपति के नाम सौंपे ज्ञापन के दौरान देहात कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र गहलोतए एवं शहर कांग्रेस अध्यक्ष यशपाल गहलोत के साथ प्रदेश उपाध्यक्ष एवं खाजूवाला विधायक गोविंदराम मेघवाल, जिलाप्रमुख मोडाराम मेघवाल, प्रदेश सचिव जिया- उर रहमान, राजकुमार किराडू, सेवादल जिलाध्यक्ष श्रवण कुमार रामावत, एनएसयूआई अध्यक्ष रामनिवास कूकणा, पूर्व एनएसयूआई अध्यक्ष शिवलाल गोदारा, कांग्रेस नेता मनोज किराडू, ललित तेजस्वी आदि उपस्थित थे।
विधायक कोटे से नहीं हुई खरीद
कांग्रेस के पदाधिकारियों ने शुक्रवार को भले ही टीकाकरण के लिए केन्द्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया हो, लेकिन हाल ही में प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने टीकों की खरीद के लिए प्रत्येक विधायक के विधायक कोष से तीन-तीन करोड़ रुपए की राशि से कोविड टीकों की खरीद करने की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री ने बताया कि था कि ऐसा करने से सभी विधायकों से 600 करोड़ रुपयों का राजस्व एकत्रित होगा। लेकिन वास्तविकता यह है कि वर्तमान में विधायक कोष से टीकों की खरीद का कार्य अभी तक शुरू नहीं किया गया है।