उन्हांेने बताया कि योद्धाओं और विरांगनाओं के नाम फिल्मों में तोड़-मरोड़ कर प्रस्तुत किये जा रहे हैं। प्रदर्शन करने वालों में भाजपा के विजय आचार्य, मोहन सुराणा, युधिष्ठर सिंह भाटी, बजरंग सिंह, दीपक पारीक, योगेन्द्र जांगिड़, नन्दू सिंह, दीपक गहलोत तथा अश्विनी रामावत ने प्रदर्शन के बाद जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा।
फिल्म पद्मावती के विरोध में प्रदर्शन
श्रीडूंगरगढ़. यहां फिल्म पद्मावती का विरोध कर शुक्रवार को सर्व समाज ने रैली निकाली और राज्य सरकार के नाम उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन दिया। यह रैली मुख्य बाजार से रवाना हुई जो बस स्टैंड, स्टेशन रोड, घूमचक्कर होती हुई उपखण्ड कार्यालय पहुंची। इस दौरान फिल्म निदशेक का पुतला भी जलाया गया।
रैली में भाजपा के छैलूसिंह शेखावत, सरपंच रतनसिंह, विक्रमसिंह सत्तासर, भागीरथसिंह झंझेऊ, बजरंगदल से अशोकसिंह राठौड़, मदन सोनी, राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के छोटूसिंह, दशरथसिंह, रामसिंह, भवानसिंह राजपूत, भगवा फोर्स से अरूण सिखवाल, सांवरमल सोनी के अलावा क्षेत्रिय युवक संघ के भरतसिंह राठौड़, कल्याणसिंह, जेठूसिंह सहित कई लोग शामिल हुए।
महाजन. फिल्म पद्मावती के विरोध में शुक्रवार को कस्बे में राजपूत समाज के लोगों ने बैठक कर फिल्म का विरोध किया। युवा लक्ष्मणसिंह राजपूत ने बताया कि राजपूत भवन में हुई बैठक में समाज के गुलाबसिंह, भंवरसिंह सहित बड़ी संख्या में अन्य लोगों ने भाग लिया।
सभी ने रानी पद्मावती के चरित्र पर फिल्म के माध्यम से उछाले जा रहे कीचड़ पर रोष जताया व निदेशक संजय लीला भंसाली का पुतला जलाया। सेवानिवृत व्याख्याता तीर्थराज संस्कर्ता ने बताया कि फिल्म में इतिहास से छेड़छाड़ की जा रही है। फिल्म में रानी पद्मावती द्वारा नृत्य करना व अन्य आपतिजनक सीन दिखाना उचित नहीं है।