इस नंबर पर करनी होगी कॉल आमजन के साथ अगर किसी तरह की ऑनलाइन ठगी होती है तो वह ठगी होने के तुरंत बाद हैल्पलाइन नंबर १५५2६० पर शिकायत दर्ज कराए। ठगी होने के 24 घंटे के भीतर सूचना देने पर आगे की कार्रवाई पुलिस खुद करेगी। पुलिस बैंक से संपर्क कर खाते को फ्रीज कराने की कोशिश करेंगी ताकि पीडि़त का रुपया बच जाए।
अभय कमांड सेंटर में चलेगा
साइबर सेल ऑफिस अभय कमांड सेंटर में चलेगा। इसके लिए अलग से कंट्रोल रूम व नंबर जारी होंगे। साइबर सेल का प्रभारी सीआइ होगा। एक सीआइ, एक एएसआइ, एक हैडकांस्टेबल व आठ कांस्टेबलों को लगाया जाएगा। इसके लिए दस पुलिस अधिकारियों व जवानों को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया है।
स्थानीय थानों में कम होगा काम का दबाव बीते कुछ सालों में साइबर अपराधों में बढ़ोतरी हुई है। झारखंड, बिहार, हरियाणा और राजस्थान के कई जगह के साइबर ठग बड़ी संख्या में सक्रिय हैं। वह आए दिन नए तरीकों से लोगों को झांसे में लेकर उनसे ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे कई गिरोह पर दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने कार्रवाई की है। इसके बावजूद बड़ी संख्या में लोग साइबर ठगी के शिकार हो रहे हैं। स्थानीय पुलिस के पास पहले से कई गंभीर अपराध जांच के लिए होते हैं। साइबर सेल अलग से खुलने से थानों में काम का दबाव कम होगा।
सवा तीन साल में ६९ मामले दर्ज
जिला पुलिस के आंकड़े के मुताबिक सवा तीन साल में ऑनलाइन ठगी के ६९ मामले दर्ज हुए हैं। वर्ष 20१९ में 21 मामले, 2020 में 21 और 2021 में 27 मामले दर्ज हुए। पुलिस ने ६९ मामलों में से १९ में एफआर लगा चुकी हैं। ऐसे में जिन लोगों के खाते से रुपए निकले या किसी भी बहाने से ठगी हुई, पुलिस उन्हें किसी तरह का अपराध नहीं मानती। इसी का ऑनलाइन ठग फायदा उठाते हैं और आए दिन आमजन के खातों से रुपए उड़ा रहे हैं।
साइबर सेल होगी मजबूत साइबर सेल को पूरी तरह अपग्रेड किया जाएगा। सेल में प्रशिक्षित व योग्य कार्मिकों को नियुक्त किया जाएगा, जिसकेे लिए योग्य कार्मिकों का चयन कर लिया गया है। साइबर सेल के कामिकों को समय-समय पर आईटी एक्सपर्ट से प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। साथ ही साइबर सेल में किसी गंभीर मामले में निजी कंपनियों से जुड़े सॉफ्टवेयर की मदद लेनी पड़ी, तो लेंगे।-योगेश यादव, पुलिस अधीक्षक