संगठन के प्रदेशमंत्री रवि आचार्य ने बताया कि वर्तमान में शिक्षा विभाग में राजस्थान लोक सेवा आयोग के माध्यम से विभिन्न विषयों के वरिष्ठ अध्यापक पद पर चयनित अधिकांश पूर्व में ही तृतीय श्रेणी शिक्षक पद पर कार्यरत हैं। ऐसे शिक्षकों का दो वर्ष का परीवीक्षाकाल 2020 में पूर्ण हो रहा है।
परीवीक्षाकाल पूर्ण होने के बाद शिक्षको को नियमित वेतन मिलना प्रारम्भ हो जाएगा। प्रदेश महामंत्री अरविन्द व्यास ने बताया कि राज्य के संभाग स्तर पर जारी विभिन्न विषयों के पदस्थापन आदेशो में 30 सितम्बर की तिथि कार्यग्रहण करने की दी है। ऐसे में शिक्षको को आर्थिक नुकसान होने की स्थितियां उत्पन्न हो गई है। कार्यग्रहण अवधि में शिथिलन अभाव में शिक्षकों को दोबारा परीवीक्षाकाल पर कार्य करने को मजबूर होना पडेगा।