सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद मुशायरा ‘अर्ज़ किया है’ का आयोजन हुआ। मुशायरे में शायर सागर सिद्दिकी, असद अली असद, डॉ. जिया हसन कादरी, इरशाद अजीज, अमित गोस्वामी, रवि शुक्ला और जाकिर अदीब ने रचनाएं प्रस्तुत की। फेस्टिवल निदेशक गोपाल सिंह चौहान के अनुसार कार्यक्रम का समापन पर बीकानेर के लोक गायक बबलू दमामी की ओर से लोक संगीत के माध्यम से विरह पर आधारित लोक गीतों की प्रस्तुतियां दी गई। सोमवार को राजस्थान में जल संरक्षण पर संवाद, मोरध्वज की कथा, नगाड़ा वादन, लोक गीतों की प्रस्तुतियां आदि होगी।