वर्तमान में अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था एक मात्र कार्यरत एएनएम के भरोसे है। वही एएनएम के अवकाश पर होने पर उपचार सुविधा की व्यवस्था ठप रहती है। यहां आने वाले मरीज व प्रसुताओं को अन्यत्र ही जाना पड़ता है। इसके अलावा अस्पताल में नियुक्त एक चतुर्थ श्रेणी कार्मिक अरसे से कोलायत में प्रति नियुक्ति पर लगा रखा है तथा अस्पताल में संविदा पर लेकर सफाई व्यवस्था करवानी पड़ती है।
यहां की पीएचसी में नियुक्त चिकित्सक डॉ. महेन्द्रसिंह शेखावत २५ अगस्त २०१७ से अस्पताल से बिना सूचना के अनुपस्थित चल रहे हैं तथा वेतन भी नहीं ले रहे है। ऐसी स्थिति में अस्पताल में कागजी रूप से पद भी खाली नहीं है। शेखसर के अलावा आस-पास की ग्राम पंचायत राजासर उर्फ करणीसर, ढाणी पाण्डूसर, गोपल्याण के दर्जनभर गांवों में लम्बे समय से चिकित्सक समेत कार्मिकों के रिक्त पदों से यहां आने वाले रोगियों को बिना उपचार लौटना पड़ता है।
रिक्त पदों से नहीं मिल सकेगा सरकारी फसल खरीद का लाभ
सूडसर. श्रीडूंगरगढ़ तहसील की सोलह ग्राम पंचायतों पर पटवारियों के पद रिक्त होने से इन ग्राम पंचायतों से संबंधित किसानों को गिरदावरी नहीं मिल पाएगी। इन किसानों को चना व सरसों की सरकारी खरीद का लाभ नहीं मिल पाएगा। श्रीडूंगरगढ़ तहसील के बींझासर, केऊ, बरजांगसर, पुन्दलसर, मोमासर, बाडेला, उदरासर, तोलियासर, बिग्गा, बिग्गा बास रामसरा, सुरजनसर, सोनियासर, सातलेरां, सांवतसर, देराजसर व सूडसर ग्राम पंचायतों में पटवारियों के पद रिक्त होने से इन पंचायतों के किसानों को चना व सरसों फसल की गिरदावरी नहीं मिलेगी।
जिसके कारण इन किसानों को फसल की सरकारी खरीद से वंचित रहना पड़ेगा। पिछली बार भी किसानों को गिरदावरी नहीं मिलने से मूंगफली फसल की सरकारी खरीद का लाभ नहीं मिला था। अखिल भारतीय किसान सभा के जिलाध्यक्ष गिरधारी महिया ने जिला कलक्टर से मांग की है कि ग्राम पंचायतों में पटवारियों के रिक्त पद जल्द भरे जाए। जिससे यहां के किसानों को योजनाओं का लाभ मिल सके।