-फसल कटाई यथा संभव हो तो मशीन चलित उपकरणों से ही करें। हाथ से संचालित कटाई उपकरण काम में लेने पर उपकरणों को दिन में कम से कम तीन बार साबुन के पानी से कीटाणु रहित करें।
-फसल कटाई में सोशल डिस्टेंसिंग की स ती से पालाना करें। खेत में फसल काटने, खाना खाते समय एक व्यक्ति से दूसरे के मध्य कम से कम 5 मीटर की दूरी रखी जाए। खाने के बर्तन अलग-अलग रखें, उनको उपयोग के बाद साुबन के पानी से अच्छी तरह से साफ करें।
-एक व्यक्ति जो उपकरण काम में लेता है, उसे दूसरा व्यक्ति भी भी काम में नहीं लें। कटाई में लगने वाले सभी व्यक्ति अपने-अपने उपकरण ही कार्य में लें।
-कटाई के दौरान बीच-बीच में अपने हाथों को साबुन के पानी से अच्छी से साफ करते रहे।
-फसल कटाई कार्य अविध में पहले दिन पहने कपड़े दूसरे दिन काम में नहीं लें। काम लिए कपड़ों को अच्छी तरह धोकर धूप में सुखाने के बाद ही दोबारा काम में लेवें।
-कटाई के समय सभी व्यक्ति अपनी अलग-अलग पानी की बोतल रखें।
-कटाई करते समय सभी व्यक्ति मास्क का उपयोग करें।
-अगर किसी व्यक्ति को खांसी, जुकाम, बुखार, सरदर्द, बदनदर्द आदि के लक्षण है, तो उसे फसल कटाई कार्य से अलग रखें, साथ ही उसे तत्काल अपने निकटतम स्वास्थ्यकर्मी को सूचित करें।
-खेत में पर्याप्त मात्रा में पानी व साबुन की उपलब्धता रखें।
-थ्रेसिंग कार्य के दौरान भी मास्क का प्रयोग, खाने व पानी पनी के बर्तनों का प्रयोग, सोशल डिस्टेंसिंग सहित नियमों की पालना गंभीरता से करें।
इस बार जिले में गेंहू की बुआई का लक्ष्य १ लाख १७ हजार 500 हैक्टेयर में रखा गया था। इसमें से १ लाख ८ हजार १५५ हैक्टेयर मे बुआई हुई। इसके अलावा जौ की ९ हजार ३९५ हैक्टेयर, चना ३ लाख १८ हार ९६०, सरसो १ लाख १९ हजार ५३५, तारामीरा १६ हजार ६४०, जीरा १२ हजार १८२, मेथी १३ हजार ९८७ व ईबगोल १४ हजार १६१ हैक्टेयर में बुआई हो रखी है। जिनकी कटाई इन दिनों चल रही है।
गेहूं व अन्य फसलों की कटाई में उपकरण चाहिए होते हैं। अब काश्तकारों को बाहर से उपकरण मंगवाने की स्वीकृति मिल चुकी है। ऐसे में कटाई करते समस्या नहीं आएगी। साथ ही विभाग की ओर से एडवाइजरी जारी कर रखी है।डॉ.किशोर मेहरा, सहायक निदेशक कृषि विस्तार केन्द्र, बीकानेर