हो सकता था बड़ा हादसा
जिस मकान में आग लगी, उसमें बीपीसीएल में सेल्स ऑफिसर्स गौरव द्विवेदी का परिवार रहता है। गौरव के अनुसार सुबह करीब सवा आठ बजे एक कमरा जिसमें घर का जरूरी सामान रखा है व स्टडी रूम भी है, उसमें आग लगी। आग लगने के दौरान फ्लैट में गौरव की पत्नी, पुत्र और पुत्री भी थे। पत्नी व पुत्र जागे हुए थे। गौरव सो रहा था। तुरन्त परिवार के सभी सदस्य मकान से बाहर निकल गए। मकान में गैस से भरे दो सिलेण्डर भी रखे थे, जिनको हटाया गया। आग एक कमरे से दूसरे कमरे तक तेजी से फैली। आग से कमरे की छत, दीवारों, का प्लास्टर उखड़ गया। कम्प्यूटर, एसी, फ्रिज, पंखा आदि को भी नुकसान पहुंचा है।
मौके पर पहुंची चार गाडिय़ां
मकान में आग की सूचना मिलते ही बीछवाल अग्निशमन केन्द्र से तीन व मुरलीधर केन्द्र से एक गाडी मौके पर पहुंची तथा आग बुझाने में जुट गई। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
फायर ब्रिगेड के सहायक अग्निशमन अधिकारी रेवंत ङ्क्षसह के नेतृत्व में फायर ब्रिगेड कर्मचारी अभिषेक चौधरी, बाबूलाल यादव, सुरज्ञान, योगेन्द्र कुमार, अरुण, गौरव रामावत, भवानी ङ्क्षसह, तारिफ राजेन्द्र बिनावरा महेन्द्र, गोवर्धन सहित सिविल डिफेंस के कर्मचारियों ने आग पर नियंत्रण किया।