गहलोत ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार ने सभी पात्रों को पेंशन दी। फ्री बिजली दी। अंग्रेजी माध्यम स्कूल व कॉलेज खोले। गारंटियां दी लेकिन भाजपा ने झूठ बोल-बोल कर जनता को भ्रमित कर दिया। इससे विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सत्ता से बाहर हो गई। प्रदेश से पिछले लोकसभा चुनाव में जनता ने भाजपा के 25 सांसदों को दिल्ली भेजा, लेकिन किसी ने प्रदेश हित के मुद्दों को नहीं उठाया।
कांग्रेस के विरोध में बोलने पर पार्टी में जगह नहीं
प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि विधानसभा चुनाव का बदला लेने का समय है। अब लोहा गर्म है, कांग्रेस नेताओं को केवल चोट करने की जरूरत है। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी की तरफ इशारा करते हुए कहा कि गोविन्दा आला रे…साथ ही गोविन्द राम को नसीहत दी कि नेताओं को झटके कम देना। डोटासरा ने गुटबाजी और भीतरघात पर कहा कि ध्यान रख लेना.., कांग्रेस प्रत्याशी के विरोध में बोलने वाले नेता के लिए पार्टी में कोई जगह नहीं है। ऐसा करने पर कांग्रेस से छुट्टी तय है। सभा के मंच पर प्रदेश प्रभारी सुखजिन्दर सिंह रंधावा, पूर्व मंत्री भंवरसिंह भाटी, पूर्व मंत्री डॉ. बीडी कल्ला, जिलाध्यक्ष बिशनराम सियाग व यशपाल गहलोत, नोखा विधायक सुशीला डूडी, अनूपगढ़ विधायक शिमला बावरी, पूर्व विधायक गिरधारी महिया, सालेह मोहम्मद आदि मौजूद रहे।