इन दो दिनों में होंगे विशेष कार्यक्रम
11 जनवरी को रायसर के धोरों पर सुबह 8 से 10 बजे तक पर्यटकों के लिए नि:शुल्क कैमल सफारी एवं कैमल सवारी होगी। सुबह 11.30 से 12.30 बजे तक जूनागढ़ से डॉ. करणीसिंह स्टेडियम तक शोभायात्रा, दोपहर 12.30 से 12.50तक ऊंट उत्सव का उद्घाटन, 12.50 से 1.10 बजे तक आर्मी की ओर से बैंड प्रदर्शन, दोपहर 1.10 से 2 बजे तक ऊंट श्रृंगार प्रतियोगिता, दोपहर 2 से 2.30 बजे ऊंट बाल कतराई प्रतियोगिता, 2.30 से 3.30 बजे ऊंट नृत्य प्रतियोगिता, 3.30 से 4 बजे मिस मरवण प्रतियोगिता, शाम 4 से 4.30 बजे मिस्टर बीकाणा प्रतियोगिता व शाम 6.30 से 8.30 बजे तक राजस्थान एवं भारत के विभिन्न अंचलों के लोक कलाकारों की ओर से सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएगी।
12 जनवरी को सुबह 9 से 11 बजे रामपुरिया हवेली से लक्ष्मीनाथ मंदिर तक हैरिटेज वॉक, दोपहर 11 से 12.30 बजे तक राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र परिसर में ऊंट दौड़ प्रतियोगिता, दोपहर 12.30 से 1.30 बजे राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केन्द्र परिसर में अश्व दौड़ प्रतियोगिता एवं प्रदर्शन होगा। दोपहर 2 से 5 बजे तक ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिता होगी। इसमें भारतीय-विदेशी पुरूषों की रस्साकशी प्रतियोगिता, महिला रस्साकशी प्रतियोगिता, ग्रामीण कुश्ती प्रतियोगिता व भारतीय-विदेशी महिला मटका दौड़ प्रतियोगिता होगी। शाम 5 से 5.30 बजे ऊंट नृत्य प्रदर्शन, शाम 5.30 से 6.30 बजे विदेशी पर्यटकों के लिए साफा बांध प्रतियोगिता, शाम 6.30 से 8.30 बजे राजस्थान एवं विभिन्न अंचलों के कलाकारों की ओर से सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होगी। रात 8.30 से 9 बजे तक अग्निनृत्य व रात 9 बजे आतिशबाजी होगी।