जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि ने कहा कि बीकानेर कला, साहित्य, सांस्कृतिक वैभव व परम्पराओं को निभाने वाला शहर है। बीकानेर की सांस्कृतिक विरासत, प्राचीन स्मारकों, साहित्य, दर्शन, विभिन्न कार्यक्रमों, कला-प्रदर्शनों, मेलों, त्यौहारों, व्यंजनों एवं हस्तकला के बारे बताते हुए कहा कि इन सभी की वजह से नगर वैभव एवं परम्पराएं समृद्ध हैं। उन्होंने नगर स्थापना दिवस पर आमजन को बधाई देते हुए कहा कि पतंगबाजी के लिए चाइनीज़ मांझे का उपयोग ना करने का आह्वान किया। अतिरिक्त कलक्टर (नगर) उम्मेद सिंह रतनू ने भी विचार रखे। इससे पहले राव बीकाजी संस्थान के अध्यक्ष डॉ. गिरिजा शंकर शर्मा ने स्वागत उद्बोधन दिया। महामंत्री विद्या सागर आचार्य ने आभार जताया। कार्यक्रम का संचालन संजय पुरोहित ने किया। उन्होंने बीकानेर की कला, संस्कृति, इतिहास और यहां के तीज-त्योहारों की जानकारी दी। राजा हसन ने वहां मौजूद लोगों की मांग पर राजस्थानी गीत गुनगुनाया।