शुभ कार्य रहेंगे निषेध
मलमास की अवधि में विवाह, यज्ञोपवित संस्कार, वास्तु पूजन, नींव पूजा, घर प्रवेश, नए व्यापारिक प्रतिष्ठानों के मुहूर्त आदि कई तरह के शुभ कार्य वर्जित माने गए है। वहीं नामकरण संस्कार एवं नक्षत्र शांति पूजा कर सकेंगे। मलमास अवधि में भगवान विष्णु की अराधना करने से विशेष फल की प्राप्त होती है। मकर सक्रांति के दिन तिल से निर्मित वस्तुओं के दान का खास महत्व बताया गया है। मुख्यरूप से अन्नदान, गुड़ व तिल दान करना चाहिए। मकर राशि में सूर्य के प्रवेश करने के बाद से दिन की अवधि बड़ी व रात छोटी हो जाएगी।