खजूर, तरबूज, पपीता, अंगूर आदि फलों की खरीदारी जोरों पर रही। शाम को रोजा खुलने से पहले रोजेदारों ने लोक कल्याण की दुआ की। शाम को निर्धारित समय पर रोजा खोला गया। तत्पश्चात मगरीब की नमाज अदा की गई। रात ईशा की नमाज में तरावीह की विशेष नमाज अदा की गई। जिसमें कुरान का पाठ चलता रहा।
रमजान के महीनें में जकात अदा करने का सिलसिला भी प्रारम्भ हो गया है। माहे रमजान पर इस बार कोरोना महामारी का असर नजर आ रहा है। लोग कोरोना एडवाईजरी की पालना करते हुए अकीदत के साथ रोजा रखने के साथ घरों पर सर्व कल्याण के लिए दुआ कर रहे है।