इसकी स्वीकृति भी मिल चुकी है। इन कार्यों पर ९९ करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। नोखा में एचडी पाइप लाइनें बदलकर नई डाली जाएंगी और पूर्व में किए गए जल कनेक्शन भी नए सिरे से किए जाएंगे। ताकि इस योजना के तहत शहर में प्रत्येक घर में २४ घंटे पेयजल उपलब्ध कराया जा सके। यह निर्णय सोमवार को कलक्टर डॉ. एनके गुप्ता की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट सभागार में हुई आरयूआइडीपी की सिटी लेवल कमेटी की बैठक में लिया गया।
इस दौरान नोखा पालिकाध्यक्ष नारायण झंवर, पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियंता बसंत कुमार आचार्य, पीएचईडी के एसई दीपक बंसल, आरयूआईडीपी के अधीक्षण अभियंता प्रवीण आखोडिया, अधिशाषी अभियंता डीके मित्तल, यूआइटी के अधिशाषी अभियंता ओमप्रकाश गोदारा, टाउन प्लानर सुग्रीव सिंह, नोखा पालिका ईओ चंद्रप्रकाश सारस्वत, पालिका उपाध्यक्ष निर्मल भूरा सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
99 करोड़ होंगे खर्च
आरयूआइडीपी के अधिशाषी अभियंता डीके मित्तल ने बताया कि तीन नए भूतल जलाशय का निर्माण करने के साथ 360 किमी डीआई व एचडीपीई पाइप लाइन लाइन डालने का काम किया जाएगा। नोखा शहर में पानी के चालू कनेक्शन के साथ ही पुरानी व गहरी पाइप लाइन को बदला जाएगा और जल मीटर लगाकर नए कनेक्शन भी किए जाएंगे। इन सभी जलापूर्ति कार्यों के लिए ९९ करोड़ रुपए आवंटित किए गए है। ये कार्य एशियन डवलेपमेंट बैंक द्वारा वित्त पोषित होंगे। जलापूर्ति कार्य डिजाइन 2051 तक किया गया।
तीन सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेंगे
नोखा शहर में गंदे पानी के निस्तारण के लिए शरह को अलग-अलग तीन जोन में बांटकर तीन सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जाएंगे। इसमें वार्ड सात में ६ एमएलडी का, वार्ड ३२ में ३.५ एमएलडी का और वार्ड २१ में १.५ एमएलडी का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जाएगा। बैठक में पालिकाध्यक्ष नाराण झंवर ने बताया कि नोखा में निचले इलाकों में बरसाती पानी के जलभराव की समस्या रहती है।
इसके निस्तारण के लिए योजना में संशोधन करने की मांग की। इस पर परियोजना निदेशक ने कहा कि सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में पानी स्टोरेज के लिए ऑवर हैड टैंक बनाए जाकर पानी का निस्तारण कृषि भूमि में सिंचाई के लिए उपयोग में लिया जा सकेगा। इससे वार्ड ६,७, ३२, ३३ की गंदे पानी की समस्या का निस्तारण होगा। इस योजना में ५५.२४ करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई।
अधिकारी पहुंचे देशनोक व सुरपुरा
सोमवार को बैठक के बाद आरयूआइडीपी व पीएचईडी विभाग के अधिकारी नागौर लिफ्ट नहर परियोजना के देशनोक हैड पहुंचे और वहा अवलोकन करने के बाद सुरपुरा भी गए। इस दौरान अधिकारियों ने नहरी योजना के तहत कराए जाने वाले कार्यों के संदर्भ में चर्चा की।