वायरल हो रहे संदेश में रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद १० हजार का चेक देने का दावा किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर इस संदेश को देखकर ग्रामीण ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी करा रहे है। जबकि हकीकत ये है कि सरकार की ओर से ऐसा कोई सर्वे नहीं कराया। ऐसे में लोगों के आधार नं. सहित अन्य जानकारियां चोरी होने का अंदेशा है।
क्या है योजना केन्द्र सरकार ने ४ दिसम्बर २०१४ को बेटियों के लिए छोटी बजट योजनाओं को बढ़ावा देने के लिए विशेष जमा योजना प्रारम्भ की थी। इसे सुकन्या समृद्धि योजना नाम दिया गया। यह योजना बेटियों के लिए है। इसमें बालिका के माता-पिता या संरक्षक बेटी के नाम खाता खुलवाते है। योजना में बेटी के जन्म से लेकर १० साल की उम्र तक खाता खुलवाया जा सकता है। खाते में न्यूनतम २५० व अधिकतम १ लाख ५० रुपये जमा किए जा सकते है।
प्रशासन दे रहा है बचने की जानकारी सुकन्या योजना भारतीय डाक विभाग एवं भारतीय स्टेट बैंक के माध्यम से बेटी के नाम पर बचत करने के मकसद से प्रारम्भ की गई केन्द्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना है। इसमें केन्द्र व राज्य सरकार सोशल मीडिया पर किसी प्रकार का आवेदन नहीं कराती है। महाजन पुलिस ने बताया कि सोशल मीडिया पर ऐसे फर्जी मैसेज से बचना ही सावधानी है। सरकार की योजनाओं के लिए नोडल एजेन्सी व सम्बन्धित विभाग के माध्यम से आवेदन किया जाता है। यह संदेश लोगों को ठगने के लिए बनाया है। बैंक प्रबन्धन की माने तो बैंक या कोई सरकारी उपक्रम कभी भी किसी व्यक्ति से एटीएम व आधार कार्ड से गोपनीय जानकारी नहीं मांगता।