वहीं नगरीय विकास समिति के संयोजक पन्ना लाल नागल ने आरोप लगाया कि गोचर, ओरन, तालाब, जोहड, पायतान आदि की भूमियों पर भू कारोबारियों की नजर है। विभाग कुछ लोगों की शह पर गोचर भूमि को मास्टर प्लान में शामिल करने की मंशा बना रहा है, जो अनुचित है। भू कारोबारियों को लाभ पहुंचाने के लिए रेल बाईपास के अलाइनमेंट एरिया की आड बनाकर झूठे तथ्यों के आधार पर गोचर भूमि आदि को ग्रीन बेल्ट से बाहर करने की कवायद की जा रही है। इस अवसर पर बीकानेर गोशाला संघ सहित विभिन्न गोशालाओं, गोचर संरक्षण से जुड़ी संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे।