ऐसे में कौनसे गांवों के किसान कहां पर अपनी फसल की तुलाई कराए, इसको लेकर असमंजस की स्थिति बनी है। समिति अध्यक्ष सहित सदस्यों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि समर्थन मूल्य पर मूंगफली व मूंग की खरीद के लिए इस साल दोनों खरीद केंद्र नोखा में ही बनाए जाए, ताकि खरीद केंद्रों पर गतिरोध होने पर उसे तत्काल समाप्त किया जा सके। अगले साल जसरासर क्षेत्र के किसानों की फसल खरीदी के लिए अलग से खरीद केंद्र बनाया जाए और उस क्षेत्र के किसानों का फसल पंजीयन भी जसरासर के नाम से किया जाए। बैठक में सदस्य अक्षय सिंह राठौड़, गणपतराम बिश्नोई, भागचंद, गंगाबिशन, धूड़ाराम आदि मौजूद थे।