वर्तमान में एक ही लाइन से नया शहर, लक्ष्मीनाथ टंकी व नत्थूसर टंकी को पानी दिया जा रहा है। नत्थूसर टंकी ऊंचाई पर होने से उसमें पर्याप्त पानी नहीं पहुंच पाता है। नई लाइन शुरू होने के बाद नत्थूसर व लक्ष्मीनाथजी टंकी के लिए आपूर्ति की जाएगी। इसके बाद इससे जुड़े मोहल्लों में निर्बाध रूप से पानी मिल सकेगा।
यूं मिलता है पानी मुक्ताप्रसाद नगर स्थित न्यू हैड वक्र्स से ७०० मिमी की एक पुरानी लाइन है, जो नया शहर टंकी तक जाती है। इसके बाद नया शहर से नत्थूसर टंकी तक ६०० मिमी की लाइन निकलती है, फिर नत्थूसर से लक्ष्मीनाथजी तक ५०० मिमी की लाइन जाती है, इससे जलापूर्ति होती है। नत्थूसर टंकी ऊंचाई पर होने से गर्मी में पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पहुंच पाता, इस समस्या का निस्तारण नई लाइन शुरू होने के बाद होगा।
१.८० लाख लोगों की बुझती है प्यास नत्थूसर व लक्ष्मीनाथजी टंकी से करीब १ लाख ८० हजार उपभोक्ताओं की प्यास बुझती है। नत्थूसर टंकी से करीब एक लाख उपभोक्ता जुड़े हैं। वहीं लक्ष्मीनाथजी टंकी से करीब ८० हजार उपभोक्ता जुड़े हैं। गौरतलब है कि नत्थूसर टंकी से परकोटे के मोहल्ले जुड़े हैं।
आपूर्ति में हुई देरी शोभासर से नया शहर हैड वक्र्स स्थित हौज में आ रही एक पाइप लाइन मंगलवार शाम को क्षतिग्रस्त हो गई थी। इस कारण बुधवार को लक्ष्मीनाथजी, नत्थूसर व नया शहर टंकी से जुड़े मोहल्लों में पानी की आपूर्ति का शेड्यूल बिगड़ गया। जिन मोहल्लों मंे सुबह के समय पानी की आपूर्ति होती है, उन क्षेत्रों मंे दोपहर में हुई और जहां दोपहर में होती है, उन मोहल्लों में देर शाम को आपूर्ति की गई।
जल्द किया दुरुस्त नया शहर हैड वक्र्स में पानी के दबाव से ही पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो गई थी, जिसे बुधवार को जल्दी ही दुरुस्त कर दिया गया। इसके बाद शहरी क्षेत्र में जलापूर्ति सुचारू हो गई। नत्थूसर हैड वक्र्स तक अमृत योजना में डाली गई नई लाइन अगले छह माह में शुरू हो सकती है। इससे काफी राहत मिलेगी।
दीपक बंसल, अधीक्षण अभियंता, जलदाय विभाग