scriptअब प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए पुलिस आंसू गैस की जगह अपनाएगी ये तरीका | Police instead of tear gas will now resort to the Mirchi Bombs | Patrika News
बीकानेर

अब प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए पुलिस आंसू गैस की जगह अपनाएगी ये तरीका

प्रदर्शनकारियों को खदेडऩे के लिए पुलिस आंसू गैस की जगह अब मिर्ची बम का सहारा लेगी।

बीकानेरMay 03, 2018 / 11:47 am

dinesh kumar swami

police

पुलिस

जयप्रकाश गहलोत/बीकानेर. प्रदर्शनकारियों को खदेडऩे के लिए पुलिस आंसू गैस की जगह अब मिर्ची बम का सहारा लेगी। आंसू गैस अब पुरानी हो गई है। इससे निपटने के लिए प्रदर्शनकारियों ने कई तरीके इजाद कर लिए हैं। लिहाजा पुलिस ने अब मिर्ची बम के रूप में नया तरीका काम में लेना शुरू कर दिया है।
यह मिर्ची बम आंसू गैस की तुलना में कई गुणा मारक होगा। मिर्ची बम से निकलने वाले मिर्च पाउडर की वजह से न सिर्फ आंखों में जलन होगी, बल्कि श्वांस तक लेना दूभर हो जाएगा। इससे प्रदर्शनकारी बेबस हो जाएंगे और भाग छूटेंगे।
लाखों की खरीद, जिलों में वितरित
पुलिस महकमे ने लाखों रुपए के मिर्ची बम और स्प्रे की खरीद की है, जिन्हें प्रदेश के जिला पुलिस को वितरित करना शुरू दिया गया है। बीकानेर पुलिस को करीब ५० मिर्ची बम और ७० स्प्रे उपकरण मिले हैं।
इसलिए पड़ी जरूरत
पुलिस सूत्रों के अनुसार आंसू गैस का असर कुछ देर तक ही रहता है। इसके बाद असर कम होने लगता है। साथ ही आंसू गैस हवा के साथ कुछ ही देर में गायब हो जाती है। ऐसे में प्रदर्शनकारी फिर से एकजुट होने लगते हैं और पुलिस प्रशासन को उन्हें संभालना मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा पुलिस बेड़े में हाल ही रबर की गोलियां भी शामिल की गई हैं।
५० मिर्ची बम मिले हैं
&५० मिर्ची बम और स्प्रे मिल गए हैं। कैमरे वाले हेलमेट भी शीघ्र मिलेंगे। अब समय के साथ पुलिस उच्च तकनीक से लैस हो रही है। अब प्रदर्शनकारियों पर पार पाने के लिए मिर्ची बम और स्प्रे का उपयोग किया जा सकेगा।
सवाईसिंह गोदारा, पुलिस अधीक्षक
भुजिया श्रमिकों का धरना जारी
बीकानेर.
बीकानेरी भुजिया नमकीन श्रमिक संघ का अनिश्चितकालीन धरना दूसरे दिन बुधवार को कलक्टर परिसर में जारी रहा। राणुसिंह राजपुरोहित ने बताया कि शांतिपूर्ण चल रहे आंदोलन को अनैतिक कुचलने का प्रयास कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा किया जा रहा है। धरनार्थियों को संबोधित करते हुए संघ के महामंत्री भागीरथ सिंह ने कहा कि नियोजक अपनी महती आवश्यकताओं को पूर्ति के लिए गरीब श्रमिकों का इस्तेमाल करते है जबकि सामाजिक सुरक्षा नाम पर कुछ नहीं है। धरने पर लक्ष्मण पुरोहित, मूलचंद खत्री, गौरीशंकर व्यास, युधिष्ठर सिंह भाटी, विजयसिंह, नरसीराम, कानीराम, रजन बर्मन, नारायण बर्मन आदि ने भी संबोधित किया।

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