रोड लाइटों पर मीटर लगने के बाद रोड लाइटों से खर्च होने वाली बिजली का वास्तविक बिल आएगा। इसमें किसी तरह का विवाद नहीं रहेगा। माना जा रहा है कि अब तक जिन रोड लाइटों पर मीटर नहीं लगे थे, वहां का बिजली बिल औसत के आधार पर ही आ रहा था। अब वास्तविक रीडिंग के आधार पर ही बिल आएगा।
कॉलोनियों और पार्कों में लगी लाइटों का जिम्मा नगर विकास न्यास का है। इनमें कुछ के मीटर खराब है, बंद हो चुके हैं। कई क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। इस तरह के मीटरों को बदला जाएगा। उनके स्थान पर नए मीटर लगाए जाने की योजना है।
जानकारी के अनुसार पहले चरण में करीब ढाई सौ मीटर लगाए जा सकते हैं। इसमें नगर निगम और नगर विकास न्यास की रोड लाइटें शामिल हैं। नगर निगम के सहायक अभियंता के अनुसार शहर में रोड लाइटों के करीब 681 पोइंट है। इनमें अधिकांश में मीटर लगे हुए हैं। बिजली कंपनी इसके लिए नगर निगम से फीडबैक लेने में जुटी हुई है।
रोड लाइटों के लिए भी मीटर लगाए जाएंगे ताकि सही बिलिंग हो सके। इससे किसी तरह की समस्या नहीं रहेगी। जितनी यूनिट खर्च होगी उतना ही बिल आएगा। शहरी क्षेत्र में रोड लाइटों पर जहां मीटर नहीं लगे है, वहां नए लगाए जाएंगे, मीटर पुराने हैं तो उनको दुरुस्त किया जाएगा।
डी.चटर्जी, अधिकारी, बीकेईसीएल