बीरा रमक-झमक होय आयजो, सरदार भतीजा…
पुष्करणा सावा: बटुकों ने मांगी भिक्षा, लगाई दौड़, मायरा, खोळा और प्रसाद के हुए मांगलिक कार्यक्रम
हर तरफ मांगलिक गीतों की गूंज
बीरा रमक-झमक होय आयजो, सरदार भतीजा…
बीकानेर. ‘बीरा रमक-झमक होय आयजो, सरदार भतीजा सागै लायजो जीÓ, ‘कठै सू आई सूंठ और कठै सू आयो जीरोÓ सरीखे मांगलिक गीतों की गूंज रविवार को शहर के हर-गली और मोहल्ले में रही।
पुष्करणा सावा पर चल रहे यज्ञोपवित संस्कार कार्यक्रमों के तहत मायरा भरने की रस्म हुई। बटुकों के ननिहाल पक्ष ने मायरा भरा। इससे पहले बटुकों के हवन-पूजन के साथ यज्ञोपवित संस्कार हुए। उन्होंने गुरुआश्रम के लिए दौड़ लगाई। घर-परिवार के सदस्य अपने बटुकों को पकडऩे के लिए उनके पीछे दौड़े। शहर में ‘पकड़ो-पकड़ोÓ के स्वर गूंजते रहे।
बटुकों को परिवार के बडे़-बुजुर्गों ने मनाया और पुन: घर लेकर आए। इस दौरान पारम्परिक मांगलिक गीत गाए गए। मायरे के बाद बटुक अपने ननिहाल देवळी धोकने गए। वहीं शहर में मांगलिक कार्यक्रमों की धूम रही। २१ फरवरीको होने वाले विवाह संस्कार के लिए कुछ परिवारों में खोळा, प्रसाद और मिलनी की रस्में हुई। सावे के विवाह कार्यक्रम के तहत १८ फरवरी को व्यास जाति की कन्याओं के हाथधान की रस्म होगी।
आदर्श दम्पती, बारात व बाराती होंगे पुरस्कृत
पुष्करणा सावे पर रमक-झमक संस्था की ओर से विष्णुरूपी दूल्हों का सम्मान किया जाएगा। संस्था अध्यक्ष प्रहलाद ओझा ‘भैंरूÓ ने बताया कि २१ फरवरी को शाम ४:३० बजे बारह गुवाड़ चौक स्थित संस्था मंच के पास सबसे पहले विष्णुरूपी दूल्हा पहुंचेगा, उसे पत्नी के साथ श्रीनाथजी यात्रा का पैकेज दिया जाएगा व सम्मान पत्र दिया जाएगा। ओझा ने बताया कि अगर एक ही समय में दो दूल्हे साथ
पहुंचे तो दोनों को यात्रा कराई जाएगी। संस्था की ओर से
समय पर शादी कर पहुंचने वाले वर-वधुओं को आदर्श दम्पती सम्मान, जिस बारात में सादगी होगी, शंखनाद होगा या साफा, पाग वाले बाराती अधिक होंगे, उसे आदर्श बारात सम्मान से नवाजा जाएगा। साथ ही किसी बारात में सम्पूर्ण लोक संस्कृति का पालन करने वाले
पुरुष या महिला बाराती का भी अभिनन्दन किया जाएगा। संस्था कार्यालय के आगे से गोधूलि लग्न तक निकलने वाले सभी दूल्हों का स्वागत किया जाएगा।
विवाह व राशन
सामग्री बांटी
पुष्करणा सावे पर विभिन्न संस्थाओं और सेवाभावी लोगों की ओर से विवाह सामग्री और राशन सामग्री का वितरण किया गया। बिन्नाणी चौक में रामगोपाल बिन्नाणी एवं किशन सिंगी के सान्निध्य में सामग्री बांटी गई। रमक-झमक संस्था की ओर से विभिन्न प्रकार की सामग्री दी जा रही है। परशुराम सेवा समिति की ओर से रियायती दर पर राशन सामग्री दी गई। कमला कुंज लाली माई बगीची के पास पं. बाबूलाल गोपाल दास व्यास मेमोरियल ट्रस्ट व वसुधा महिला शक्ति संगठन की ओर से सावे में उपयोग आने वाली राशन सामग्री केन्द्र शुरू किया गया। समिति के गिरिराज आचार्य ने बताया कि केन्द्र का उद्घाटन पुजारी बाबा और रामेश्वर भाटी ने किया। सामग्री का निशुल्क वितरण किया जाएगा। सामग्री के लिए ५० जोड़ों का पंजीयन किया गया है।
कन्याओं को यादगार पल अलंकरण
पुष्करणा सावा के दिन विवाह करने वाली कन्याओं का सम्मान रविवार को एमएम ग्राउण्ड के पास श्रीराम मंदिर परिसर में किया गया।
समिति के पवन पुरोहित ने बताया कि कन्याओं को यादगार पल अलंकरण से नवाजा गया। कार्यक्रम में रामेश्वरानन्द महाराज, पं. जुगल किशोर ओझा, पं. नथमल
पुरोहित, जनार्दन कल्ला, राजेश चूरा अतिथि थे। कार्यक्रम में दिलीप जोशी, नरेश पुरोहित, मेघराज मूथा, शंकर पुरोहित, हरी रंगा, हुकुमचन्द व्यास सहित समाज के लोग उपस्थित थे।
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