पोकरण. गत दस दिनों से स्थानीय नगरपालिका में ठेके पर कार्यरत सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के चलते सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। ऐसे में जगह-जगह कचरे के ढेर लगे पड़े है तथा गंदगी व साम्राज्य पसरा हुआ है। ऐसे में आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जानकारी के अनुसार स्थानीय नगरपालिका की ओर से संविदा के आधार पर 60 सफाई कर्मचारी ठेके पर लगाए गए है, जबकि मात्र 11 स्थाई सफाई कर्मचारी कार्यरत है। ठेके पर लगे सभी सफाई कर्मचारियों की ओर से मजदूरी बढाने की मांग को लेकर गत 10 दिनों से कार्य का बहिष्कार करते हुए हड़ताल की जा रही है। ऐसे में कस्बे की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से लडख़ड़ा गई है। गली-मोहल्लों सहित कहीं पर सफाई नहीं होने के कारण कचरे व गंदगी के ढेर लगे हुए है।
कचरे व गंदगी से हो रही परेशानी
कस्बे में ठेके पर कार्य कर रहे सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के बाद नगरपालिका की ओर से अपने स्थाई 11 सफाई कर्मचारियों से गांधी चौक, सदर बाजार, जयनारायण व्यास सर्किल आदि मुख्य स्थलों की नियमित सफाई करवाई जा रही है, जबकि कस्बे के सभी मोहल्लों में सफाई व्यवस्था बिगड़ी होने के कारण कचरे के ढेर लगे पड़े है। दस दिनों में हालात ये हो गए है कि बीच सडक़ पर कचरा जमा हो गया है। ऐसे में लोगों का निकलना भी दुश्वार हो गया है। इसके अलावा जमा कचरे व गंदगी के कारण आसपास निवास कर रहे लोगों का बेहाल हो गया है। इसी तरह कस्बे में गंदे पानी की निकासी के लिए निर्मित नालियों, बड़े नालों व सीवरेज लाइन में भी कचरा व मलबा जमा पड़ा है, जिससे घरों से निकलने वाले गंदे पानी की निकासी नहीं हो रही है तथा आए दिन गंदा पानी बीच रास्ते जमा हो रहा है।
बुलवाए गए है अस्थायी कर्मचारी
गत 10 दिनों से सफाई कर्मचारियों की हड़ताल चल रही है। बाहर से 20 अस्थाई सफाई कर्मचारी बुलवाए गए है। एक-दो दिन में कस्बे के सभी मोहल्लों में सफाई करवाकर व्यवस्था को सुधारा जाएगा।
-जोधाराम विश्रोई, अधिशासी अधिकारी नगरपालिका, पोकरण।
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