यात्रियों की सुविधा के लिए ही रेलवे ने यह व्यवस्था शुरू की है। इसमें एक ट्रेन में रोजाना करीब आधा दर्जन यात्रियों से बातचीत हो रही है। कुछ यात्री ऐसे भी होते हैं, जो बात करना ही नहीं चाहते। रेलवे का प्रयास है कि लोगों में जागरूकता आए और वे अपनी समस्याओं को साझा करें।
मोबाइल पर बात करने के लिए कई बार नेटवर्क की समस्या भी आती है। इस कारण कॉल बीच में कट जाती, इससे बात पूरी नहीं हो पाती। रेलवे आने वाले दिनों में एक अलग सॉफ्टवेयर तैयार करेगा, ताकि नेटवर्क संबंधी परेशानी नहीं हो और सीधे यात्री के मोबाइल पर ही बात आसानी से की जा सके।
यात्रियों को किसी तरह की तकलीफ नहीं हो, खासकर साफ-सफाई को लेकर किसी तरह का समझौता नहीं होगा। अपडेट लेने के लिए नई व्यवस्था शुरू की गई है। इसके लिए यात्रियों में भी जागरूकता की दरकार है।
एके दुबे, मंडल रेल प्रबंधक