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बीकानेर

चुनाव ड्यूटी में लगी बसें, यात्रियों को परेशानी

नोखा. विधानसभ चुनाव के लिए नोखा क्षेत्र से ८० बसों का अधिग्रहण किया गया है, जिसके कारण अब यात्रियों को यात्रा करने में परेशानी का सामना करना पड़ेगा। जानकारी के अनुसार नोखा से जो भी बसें अन्य कस्बों व ग्रामीण रूटों पर जाती हैं, उनमें से ८० निजी बसें अधिग्रहित की गई है, ताकि चुनाव में हर पोलिंग बूथ तक कर्मचारियों को लाया व ले जाया जा सके।

बीकानेरDec 04, 2018 / 12:54 pm

जय कुमार भाटी

rajasthan election 2018

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नोखा. विधानसभ चुनाव के लिए नोखा क्षेत्र से ८० बसों का अधिग्रहण किया गया है, जिसके कारण अब यात्रियों को यात्रा करने में परेशानी का सामना करना पड़ेगा। जानकारी के अनुसार नोखा से जो भी बसें अन्य कस्बों व ग्रामीण रूटों पर जाती हैं, उनमें से ८० निजी बसें अधिग्रहित की गई है, ताकि चुनाव में हर पोलिंग बूथ तक कर्मचारियों को लाया व ले जाया जा सके।
चुनाव में जिला निर्वाचन आयोग की ओर से जारी आदेशों के मुताबिक यात्री बस संचालकों को स्वयं का वाहन चुनाव कार्यक्रम के लिए सरेंडर करने के निर्देश जारी किए गए थे। इसके बाद जिला परिवहन विभाग नोखा व पुलिस के अधिकारियों ने नोखा क्षेत्र में चुनाव ड्यूटी के लिए छोटे-बड़े करीब १५५ वाहनों को अधिग्रहित कर बीकानेर भेजने के लिए पाबंद किया था। वहीं पुलिस प्रशासन ने भी कुछ अलग से वाहन अधिग्रहित किए हैं।
तीन दिन होगी मुश्किल
निजी बसों को अधिग्रहित किया गया है, उनको ४ दिसंबर तक बीकानेर पहुंचना होगा। यहां से बसें चुनाव ड्यूटी के कर्मचारियों को लेकर आवंटित गांवों में जाएंगी। यहां से ७ दिसंबर को मतदान कराकर वापस पोलिंग पार्टी को छोड़कर देर रात तक वापस लौटेंगी। यानि अपने निर्धारित रूट पर बसें ८ दिसंबर से संचालित हो सकेंगी।
ग्रामीण रूटों पर ज्यादा असर
नोखा से पांचू, सारूण्डा, जसरासर, श्रीकोलायत, कक्कू, शोभाणा, भादला सहित अन्य ग्रामीण रूटों पर चलने वाली निजी बसों के अधिग्रहित होने से लोगों को यात्रा करने के लिए परेशान होना पड़ेगा। क्यों कि इन रूटों पर ग्रामीण निजी बसों से ही आवागमन करते हैं।
जहां ट्रेन रूट नहीं, उन्हें होगी ज्यादा परेशानी
नोखा से जिन गांवों तक जाने के लिए ट्रेन रूट नहीं है, वहां के लोगों के लिए दिक्कत होगी। क्योंकि यहां पर ट्रेन रूट नहीं होने के कारण सभी लोग बसों पर ही निर्भर रहते है। जिन्हें चुनाव होने तक तीन दिन गांवों से आवागमन के लिए परेशान होना पड़ेगा।
छोटे वाहन को ११०० व बस को मिलेगा १८५० रुपए किराया
चुनाव आयोग की ओर से जिन छोटे-बड़े वाहनों का अधिग्रहण किया है, उसका किराया भी निर्धारित है। चुनाव ड्यूटी के लिए अधिग्रहित किए गए छोटे वाहन को प्रतिदिन ११०० रुपए, इनोवा को १३५० व बस को १८५० और स्लीपर कोच बस को २५०० रुपए प्रतिदिन का किराया दिया जाएगा।
ध्यान तो रखा है…
चुनाव ड्यूटी के लिए वाहनों का अधिग्रहण करते समय इस बात का भी विशेष ध्यान रखा गया है कि बसों के अधिग्रहण करने से यात्री परेशान ना हो। जिन ग्रामीण रूटों पर ज्यादा बसें चलती हैं, वहीं से बसों को अधिग्रहित किया गया है।
सुप्रिया बिश्नोई, डीटीओ नोखा।

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