शिक्षा विभाग की मिड-डे मील योजना (mid day meal) में विद्यालयों हर दिन अलग-अलग मैन्यू दिया जाता है। इसमें बुधवार को रोटी-सब्जी के साथ मिठाई दी जाती है, लेकिन अब मिठाई की जगह गुड़ व बाजरे से बने खाद्य परोसे जाएंगे। यह व्यवस्था शुरू हो गई है। बीकानेर के शहरी क्षेत्रों में विकेन्द्रीयकृत रसोईघर (अक्षयपात्र) भोजन तैयार कर विद्यालयों तक पहुंचता है। इनके मैन्यू में बाजरे का खीचड़ा, दलिया शामिल किया गया है। साथ ही गुड़ भी परसो जाएगा। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यालयों में कुक कम हेल्पर भोजन तैयार करते हैं। एेसे में कहीं विद्यालयों में गुड़ के साथ बाजरे का खीचड़ा या दलिया नहीं देकर बाजरे की रोटी थाली में परोसी जाएगी।
किचन गार्डन होंगे विकसित
आने वाले दिनों में सरकारी विद्यालयों (govt school) में किचन गार्डन विकसित किए जाएंगे। इनमें फल-सब्जियां लगाई जाएंगी, ताकि शुद्ध फल, सब्ज्यिां मिल सके। साथ ही बच्चों की थाली में लौकी, मूली, गाजर, पुदिना, धनिया, पालक, टमाटर, अरबी, आलू, मीठा नीम सरीखे खाद्य की पूर्ति की जाएगी। किचन या न्यूट्रिशियन गार्डन विकसित करने के लिए मिडे-डे मील के आयुक्त अभिषेक भगोटिया ने निर्देश जारी किए थे।
कलक्टर ने दिए थे निर्देश
&पिछले दिनों विभागीय स्तर पर कराए गए सर्वे में सामने आया था कि स्कूली विद्यार्थियों में एनीमिया व कैल्सियम की कमी सामने आई थी। इसके बाद जिला कलक्टर से पोषाहार में गुड़-बाजरे को शामिल करने निर्देश मिले थे। इसके बाद इसे मैन्यू में मिठाई की जगह शामिल किया है।
प्रेमशंकर झा,
जिला शिक्षा अधिकारी (प्रा.), बीकानेर
चूरमा है पसंद
मकर संक्रांति के दिन स्कूलों में पहली बार गुड़-बाजरे से बनी खाद्य सामग्री परोसी गई थी। तब ग्रामीण क्षेत्र के कुछ विद्यालयों में कुक कम हेल्परों ने बाजरे की रोटी व गुड़ मिलाकर बनाया चूरमा परोसा था। बच्चों ने इसे काफी पसंद किया था। अब बीकानेर में भी यह व्यवस्था शुरू करने के प्रयास किए जाएंगे।
यह है मैन्यू Mid-day meal menu
सोमवार : रोटी-सब्जी, फल।
मंगलवार : चावल एवं दाल, सब्जी।
बुधवार : रोटी-दाल, मीठाई, अब गुड़-बाजरे का खाद्य।
गुरुवार : खिचड़ी (दाल, चावल सब्जी आदि युक्त)।
शुक्रवार : रोटी-दाल।
शनिवार : रोटी-सब्जी।