पुलिस के अनुसार पीडि़ता के पिता ने बताया कि उसकी पुत्री दो दिन पहले घर से बाहर गई थी, जो वापस नहीं आई। इस पर पुलिस थाने में रिपोर्ट दी तब उसकी मोबाइल लोकेशन बीकानेर आई। बालिका की तलाश की तो वह बीकानेर में धानमंडी के पास रोती हुई मिली। बालिका ने परिजनों को बताया कि नागौर जिले के कूणी गांव का प्रभुराम जाट व नावां गांव का हरिाम उसको बीकानेर लाए। यहां उन्होंने एक किराए के मकाने में दुष्कर्म किया। पुलिस ने पोक्सो एक्ट में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गौरतलब है कि इस प्रकरण को लेकर बुधवार को एक प्रतिनिधिमंडल पुलिस अधीक्षक से भी मिला था।
दुष्कर्म के आरोपित गिरफ्तार, जेल भेजा बीकानेर. सप्ताहभर पहले नाल थाना क्षेत्र के एक गांव में नाबालिग से तीन युवकों ने दुष्कर्म किया। इतना ही नहीं, आरोपितों की दो महिलाएं भी सहयोगी रही। पुलिस में मामला आने के बाद आरोपित फरार हो गए थे। पुलिस ने मंगलवार देर रात को तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपितों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। सीआई धरम पूनिया ने बताया कि चौखूंटी निवासी चुन्नीलाल उर्फ चुलाम नायक, प्रेम नायक एवं करमीसर निवासी राजकुमार नायक को गिरफ्तार किया गया है। गौरतलब है कि पखवाड़ेभर पहले पीडि़ता के परिजनों ने नाल थाने में तीन व्यक्तियों के खिलाफ दुष्कर्म के आरोप में मामला दर्ज कराया था।
उसने रिपोर्ट में बताया कि २० जुलाई को उसकी १३ वर्षीय बेटी घर पर अकेली थी। तब प्रेमादेवी व संजू देवी आई और उसे अपने घर ले गई। वहां तीनों आरोपित शराब पी रहे थे। इन दोनों महिलाओं ने बच्ची को उन हैवानों के हवाले कर दिया। आरोपितों ने वारदात के बारे में परिजनों को बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी। चार दिन बाद पीडि़ता की तबीयत बिगड़ी तो परिजनों को पता चला।