वसूली पर एक नजर
रसद विभाग की सरकारी कार्मिकों से की गई वसूली पर नजर डालें तो अब तक एक करोड़ रुपए से अधिक की वसूली करीब आठ सौ कार्मिकों से की जा चुकी है। विभाग ने करीब 17 सौ सरकारी कार्मिकों को गरीबों का राशन उठाने के आरोप में नोटिस थमाए थे, जिनमें से नौ सौ कार्मिकों ने अभी तक राशन का भुगतान नहीं किया है। जिला कलक्टर ने हाल ही में रुपए जमा नहीं करवाने वाले सरकारी कार्मिकों की तनख्वाह से रुपए काटने के निर्देश दिए हैं। कार्मिकों से २७ रुपए प्रति किलो के हिसाब से जुर्माने की राशि वसूली जा रही है।
उचित मूल्य दुकानदारों के कारनामे
अब उचित मूल्य दुकानदारों के कारनामों पर नजर डालें तो उन्होंने राशन की हेराफेरी और घोटाले करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। घोटालों में मसगूल उचित मूल्य दुकानदारों ने इस कदर राशन घोटाले किए कि उन्हें समय का अभास भी नहीं रहा। सुबह चार बजे उठकर राशन वितरण करना वितरण करना और राशन का उठाव करना भले ही असंभव लगता हो, लेकिन यहां के दुकानदारों ने वह भी कर दिखाया।
राज्य स्तरीय दल ने किया था खुलासा
बीकानेर में बड़े पैमाने पर हो रहे राशन घोटाला की खबरें राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित होने के बाद राज्य स्तरीय दल ने बीकानेर में जांच की थी। जांच दल में शामिल अधिकारियों ने बीकानेर में राशन घोटाला करने वालों की प्रतिस्पद्र्धा को देख दांतों तले उंगली दबा ली थी। उन्होंने बीकानेर के शहरी और ग्रामीण इलाकों में जाकर राशन घोटालों का पर्दाफाश किया था। जांच में सामने आया कि नाल गांव के उचित मूल्य दुकानदार द्वारा बीकानेर में राशन वितरण करने के बावजूद उनके खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय विभाग के अधिकारियों ने चुप्पी साधे रखी।