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महज 30 प्रतिशत ही हुई बुवाईकृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इस बार भीषण गर्मी व हीटवेव के कारण क्षेत्र में नरमा की सिर्फ 30 प्रतिशत ही बुवाई हो सकी है। इस बुवाई में से भी 20 प्रतिशत से अधिक फसल गर्मी के कारण नष्ट हो जाने से नाममात्र की फसल ही सुरक्षित रही है।
क्षेत्र में कृषि कुएं लगाने के लिए किसान क्रेडिट कार्ड से कर्ज लेने वाले किसान अब निराशा में है। किसानों पर कर्ज का बोझ बढ़ता जा रहा है। दो-दो बार बुवाई के बाद भी फसल नहीं होने से हालात विकट बन गए है। गर्मी का हरे चारे पर भी साफ नजर आ रहा है। किसानों के अनुसार दिन-रात तेज तपन व अंधड़ से फसल तो दूर पशुओं के लिए बोया हरा चारा भी नष्ट हो चुका है। ऐसे में पशुओं को भी सूखा चारा खिलाया जा रहा है।ढाणी छिल्ला के किसान सत्यनारायण सियाग ने बताया कि तापमान में बढ़ोतरी के कारण बुवाई कार्य प्रभावित हुआ है। कृषि कुओं पर किसानों ने नरमे की बुवाई की, लेकिन तेज गर्मी व आंधी ने सब कुछ चौपट करके रख दिया है। कई खेतों में 10 प्रतिशत फसल बची है।
गर्मी के साथ आंधी ने फसलों को नुकसान पहुंचाया है। कृषि विभाग की ओर से समय-समय पर किसानों को उचित सलाह दी जाती है। इस बार अधिकांश खेतों में नरमा की फसल 10 प्रतिशत भी मुश्किल से रही है।
रामकुमार भादू, सहायक कृषि अधिकारी।