महिला ने रिपोर्ट में बताया कि चार साल पहले उसका बेटा गुम हो गया था। उसकी गुमशुदगी दर्ज कराने पुलिस थाना छत्तरगढ़ में गई थी। तब वहां मौजूद सिपाहियों ने गुमशुदगी दर्ज नहीं की और उसे टरका दिया। इस पर वह पुलिस के उच्चाधिकारियों से मिली तो पिछले साल गुमशुदगी दर्ज की गई। इसके बाद वह थाने के चक्कर लगाती रही। इस दौरान थाने के रीडर विनोद बिश्नोई, सिपाही दिलीपदास व करम सिंह ने उसे झांसे में लेकर एक दिन नशीला पेय पदार्थ पिला दिया। जब उसे होश आया तो बताया कि उसके अश्लील फोटो और वीडियो बना लिए है। इनकी धमकी देकर ब्लैकमेल करने लगे और घर आकर बलात्कार किया।आरोप है कि पुलिस कमी इस महिला का लम्बे समय से देहशोषण कर रहे थे।
पिछले साल दर्ज हुई गुमशुदगी
बेटे की गुमशुदगी दर्ज नहीं होने पर यह महिला पिछले साल पुलिस अधीक्षक एवं बीकानेर रेंज पुलिस महानिरीक्षक से भी मिली। उच्चाधिकारियों के आदेश पर उसके बेटे की गुमशुदगी रिपोर्ट थाने में दर्ज की गई। महिला का आरोप है कि बलात्कार की शिकायत थाने में की गई लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। इस पर वह पुलिस अधीक्षक से मिली।
एएसपी को सौंपी जांच
छतरगढ़ थाने के तीन सिपाहियों पर एक महिला ने बलात्कार का आरोप लगाया है, जो बेहद गंभीर है। इस मामले में महिला प्रकोष्ठ प्रभारी एएसपी अरविंद बिश्नोई को जांच सौंपी है। स्वयं भी छतरगढ़ थाने जाकर वास्तविकता का पता लगाऊंगी। मामले में सच्चाई पाई गई तो आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
तेजस्वनी गौतम, पुलिस अधीक्षक बीकानेर