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बीकानेर

एसकेआरएयू करेगा प्रमाणित बीजों का उत्पादन

खरीफ 2024 में बीज की उपलब्धता को लेकर शनिवार को कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति सचिवालय में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश कृषि विभाग के निदेशक डॉ. जितेन्द्र कुमार तोमर ने कहा कि कृषि वैज्ञानिक किसानों को बहुत अच्छी क्वालिटी का बीज उपलब्ध करवाएं।

बीकानेरApr 14, 2024 / 06:28 pm

Atul Acharya

एसकेआरएयू करेगा प्रमाणित बीजों का उत्पादन

एसकेआरएयू करेगा प्रमाणित बीजों का उत्पादन

स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय अब सत्य चिन्हित बीज की जगह प्रमाणित बीजों का उत्पादन करेगा। यह बीज राज्य सरकार से प्रमाणित होंगे। खरीफ 2024 में बीज की उपलब्धता को लेकर शनिवार को कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति सचिवालय में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश कृषि विभाग के निदेशक डॉ. जितेन्द्र कुमार तोमर ने कहा कि कृषि वैज्ञानिक किसानों को बहुत अच्छी क्वालिटी का बीज उपलब्ध करवाएं। इससे कृषि विश्वविद्यालय की साख भी बढ़ेगी। साथ ही कहा कि विवि में किसानों को बीज देने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम हो, ताकि किसानों को इधर उधर भटकना नहीं पड़े। डॉ. तोमर ने कहा कि बोर्ड की बैठक में ही ये तय हो कि बीज अगर बच जाता है तो उसे नो प्रॉफिट, नो लॉस पॉलिसी के तहत बेचा जा सके।कुलपति डॉ. अरुण कुमार ने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय किसानों के सहयोग से अच्छी क्वालिटी का सीड उत्पादन कर रहा है। जिस तरह राज्य सरकार किसानों को बीज पर सब्सिडी दे रही है। राज्य सरकार वही सब्सिडी कृषि विश्वविद्यालय के बीज पर भी दे। इसका प्रपोजल राज्य सरकार को भिजवाया जाएगा।

पीपीटी के जरिए दी जानकारी

बैठक में देशभर में तिल के बीज की मांग को देखते हुए जैसलमेर और पोकरण कृषि विज्ञान केन्द्र में बीज उत्पादन का भी निर्णय लिया गया। अतिरिक्त निदेशक बीज डॉ. पीसी गुप्ता ने पीपीटी के जरिए विस्तृत जानकारी दी। अनुसंधान निदेशक डॉ. पीएस शेखावत ने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय मूंगफली, ग्वार और मोठ के बीज उत्पादन को लेकर पूरे राजस्थान में सबसे अच्छा कर सकते हैं।

1500 क्विंटल बीजों का उत्पादन

कृषि विश्वविद्यालय के तहत आने वाले 7 कृषि विज्ञान केन्द्रों बीकानेर, लूणकरनसर, जैसलमेर, पोकरण, चूरू में चांदकोठी, झुंझुनूं में आबूसर, श्रीगंगानगर के पदमपुर के अलावा यांत्रिक कृषि फार्म रोजड़ी, यूनिवर्सिटी सीड फार्म बीछवाल, यूनिवर्सिटी सेन्ट्रल फार्म खारा, कृषि अनुसंधान केन्द्र बीकानेर, श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़, कृषि महाविद्यालय बीकानेर, लैंडस्केपिंग सेल सहित 15 बीज उत्पादन केन्द्रों की करीब 1300 हेक्टेयर भूमि है। इन 15 केन्द्रों पर वर्ष 2023 में खरीफ की विभिन्न फसलों के 1500 क्विंटल बीजों का उत्पादन किया गया।

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