मंडी सचिव नवीन गोदारा ने बताया कि जुर्माना राशि की वसूली किसी भी काश्तकार से नहीं वसूली गई, बल्कि संबंधित व्यापारी से ली गई थी। उन्होंने बताया कि पूर्व में कच्ची आढ़त व्यापार संघ के पदाधिकारियों की सहमति के बाद मंडी में जिंसों की बोली का समय सुबह आठ से साढ़े दस बजे तक निर्धारित किया गया था। लेकिन सोमवार को व्यापारी साढ़े दस बजे के बाद भी काश्तकारों को अपने यहां बुला रहे थे। उन्होंने सुबह ग्यारह बजे के बाद भी अपनी दुकानों को खोल रखा था।
समय बढ़ाने के लिए लिखा पत्र
मंडी सचिव नवीन गोदारा ने बताया कि सोमवार को कच्ची आढ़त व्यापार संघ के पदाधिकारियों ने बोली समय को बढ़ाने की मांग संबंधी ज्ञापन दिया था। इस संबंध में उन्होंने उच्चाधिकारियों को अवगत करवाते हुए मंडी में जिंसों की बोली का समय शाम चार बजे तक करने की मांग की है।
कच्ची आढ़त व्यापार संघ के संरक्षक मोती लाल सेठिया एवं महामंत्री नंद किशोर राठी ने बताया कि श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ मंडी की तर्ज पर बीकानेर मंडी में जिंसों की बोली का समय शाम चार बजे तक करने से काश्तकारों को आर्थिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जीरो, इसबगोल, चना सहित अन्य जिंसों की आवक हो रही है। वहीं कई जिंसों की बुआई भी वर्तमान में हो रही है।