ग्रामीण क्षेत्र से टिड्डी दल के बच्छासर, अक्कासर, कोटड़ी होकर दोपहर १२ बजे भीनासर, सुजानेदसर क्षेत्र में पहुंचने की सूचना मिली। करीब दस मिनट के लिए टिड्डी दल भीनासर के बाठियां भवन में उगी घास पर उतरा, फिर उड़कर श्रीरामसर, उदयरामसर के ग्रामीण क्षेत्र में चला गया। लोग कौतूहलवश टिड्डियों को देखने घरों की छतों पर चढ़ गए। शाम को टिड्डी दल के गाढ़वाला की तरफ जाते हुए देखने की सूचना मिली। टिड्डी नियंत्रण विभाग की टीमें भी सक्रिय हैं।
जिला टिड्डी मंडल कार्यालय को शनिवार को दिनभर अलग-अलग स्थानों से टिड्डी दल होने की सूचना मिलती रही। टिड्डी दल रात को जहां ठहरेगा, उसी स्थान पर रविवार को अल सुबह विभाग दवा का छिड़काव करेगा।
जिले में 2005 में दिखा दल
विभाग के अनुसार बीकानेर जिले में वर्ष 2005 में टिड्डी दल आया था। उस समय बज्जू व आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में पेड़-पौधों, फसलों को नुकसान पहुंचाया था। वहीं बीकानेर के शहरी क्षेत्र में वर्ष १९९३ में बड़ी संख्या में टिड्डी दल आया था। इसके बाद इतनी बड़ी संख्या में टिड्डियां इस बार ही शहर पर मंडराते दिखी हैं।
मंत्री ने मांगे संसाधन
उच्च शिक्षा मंत्री भंवरसिंह भाटी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर टिड्डी नियंत्रण के लिए संसाधन उपलब्ध कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि श्रीकोलायत के गज्जेवाला, फतुवाला, बांगड़सर, बज्जू, गडिय़ाला, गिराजसर, मोटासर, नगरासर, सेवड़ा, देवड़ों की ढाणी, मण्डाल चारणान, दियातरा, अक्कासर, भोलासर, बच्छासर क्षेत्र में टिड्डी दल फसलों को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया है। टिड्डी पर नियंत्रण के लिए अतिरिक्त संसाधन उपलब्ध कराए जाएं।
नियंत्रण के लिए बनाए छह दल
टिड्डी दल के जिले में घुसने के बाद शनिवार को जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम की अध्यक्षता में अधिकारियों की बैठक हुई। इसमें कलक्टर ने टिड्डी नियंत्रण के लिए बने 3 दलों को बढ़ाकर ६ करने के निर्देश दिए। बैठक में कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक जेपी सिंह और कृषि अधिकारी शामिल हुए। सभी तहसील कार्यालय में नियंत्रण कक्ष स्थापित करने, रात में फ्लड लाइट की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
अक्कासर, शेखसर, चारणवाला की रोही में दस्तक अक्कासर. गांव से मेघासर व कोलासर तक क्षेत्र में टिड्डियों का दल खेतों में नरमा, मूंगफली व ग्वार की फसलों को पहुंचा रहा है। इससे किसान चितिंत है। अक्कासर पहुंचे टिडडी बचाव दल के निदेशक ने टिड्डी मारने का कोई बन्दोबस्त नही किया। सरपंच प्रभुदयाल गोदारा, नरसी गोदारा, रामचन्द्र गोदारा आदि ने गांव के खेतों में टिड्डियों से नुकसान को देखा।
लूणकरनसर. टिड्डी अब लूणकरनसर तहसील क्षेत्र के गांवों में नजर आने लगी है तथा पिछले दो-तीन दिनों से शेखसर गांव की रोही में ट्यूबवैल सिंचित खेतों में आने से किसानों की चिंता बढ़ा दी है। शेखसर के रूपाराम गोदारा व गंगाराम गोदारा ने बताया कि खेतों में नरमे की फसल को टिड्डी नुकसान पहुंचा रही है।
बज्जू. क्षेत्र के चारणवाला और फुलासर में शनिवार को भी टिड्डियों ने कई खेतों में नुकसान पहुंचाया। दोनों गांवों के खेतों में टिड्डी दल ने खड़ी फसल को चौपट कर दिया। चारणवाला सरपंच प्रतापसिंह भाटी और फुलासर रोही के ओमप्रकाश पंवार ने बताया कि किसानों के परिवार खेतों में बर्तन व अन्य सामान बजाकर टिड्डियों को उड़ाने का प्रयास कर रहे हैं।