चूरू-सीकर के बीच 91 किमी के रेलवे ट्रेक पर ब्रॉडगेज का काम बीते माह पूरा हो गया था। इसमें फुट ओवर ब्रिज, यात्री सुविधाएं, शैड इत्यादि का काम भी हो चुका है। अब इस ट्रेक पर ट्रेन चलाई जाएंगी। बीकानेर-सीकर की राह आसान चूरू-सीकर के बीच ट्रेन शुरू होने के बाद अब आने वाले दिनों में बीकानेर से सीधे सीकर के लिए भी ट्रेन शुरू होने की राह आसान हो जाएगी।
रेलवे की मंशा बीकानेर से सीकर के बीच वाया रतनगढ़, फतेहपुर रेलगाड़ी चलाने की है। इसके अलावा श्रीगंगानगर हनुमानगढ़ के लिए भी जयपुर की दूरी कम हो जाएगी। इस ट्रेक के शुरू हो जाने के बाद हनुमानगढ़ से नोहर, भादरा, राजगढ़, चूरू, रतनगढ़, सीकर होते हुए जयपुर के लिए रेलगाड़ी चलाई जा सकेगी। बीकानेर-सीकर मार्ग पर वर्ष 2009 में मीटर गेज की ट्रेन चलती थी, यहां से जयपुर के लिए जाने वाली ट्रेन वाया सीकर होकर निकलती थी। वर्तमान में
बीकानेर से सीधे सीकर होकर कोई ट्रेन नहीं है।
महेन्द्रगढ़ के समीप नावां हॉल्ट स्टेशन के समीप सोमवार को हुए रेल हादसे की जांच गुरुवार से शुरू होगी। इसके लिए रेवाड़ी में सीनियर स्तर के तीन अधिकारियों की टीम गठित की गई है। बुधवार को इसको लेकर दिनभर कवायद चली। जांच के दौरान पता लगाया जाएगा कि ट्रक कंटेनर कहां से आया था। रेलवे ट्रेक पर रास्ता नहीं था, फिर भी पटरियों के बीच कैसे आ गया। वरिष्ठ वाणिज्य मंडल प्रबंधक सीआर कुमावत ने बताया कि जांच कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
महेन्द्रगढ़ में पास नांवा हॉल्ट स्टेशन के समीप चार दिसंबर को तड़के एक ट्रक कंटेनर नई दिल्ली-बीकानेर सुपर फास्ट ट्रेन से टकरा गया था। इससे ट्रक कंटेनर और इंजन में भीषण आग लग गई थी, हादसे के दौरान अफरा-तरफरी मच गई थी।