इस पुलिया का निर्माण रियासतकाल में हुआ था। इस पर नगर विकास न्यास ने सडक़ तो बना दी, लेकिन नाले पर बनी इस पुलिया की मरम्मत पर ध्यान नहीं दिया। इससे पुलिया धीरे-धीरे ध्वस्त हो रही है। इस पुलिया के आसपास स्कूल, शिक्षण संस्थान और रिहायशी क्षेत्र भी हैं। रोजाना बड़ी संख्या में भारी वाहन भी इस पुलिया के बचे हुए हिस्से से निकलते हैं। क्षेत्रवासियों के अनुसार पुलिया व आसपास की जमीन धंसने से दो-तीन दुकानें, एक मकान की दीवार और शौचालय को भी नुकसान हुआ है।
महापौर लिख चुकी पत्र
महापौर सुशीला कंवर भी इस पुलिया की मरम्मत के लिए जिला कलक्टर और नगर विकास न्यास को पत्र लिख चुकी हैं, लेकिन मरम्मत की जगह इस पर बेरिकेडिंग कर दी गई। अब उन्होंने केन्द्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को पत्र लिखकर पुलिया की मरम्मत की मांग है।
बनेगी नई पुलिया
यह पुलिया काफी पुरानी है। इस कारण अब जर्जर स्थिति में है। आधी पुलिया धंस चुकी है। यहां नई पुलिया बनाने की योजना है। करीब दो करोड़ रुपए की लागत से यहां नई पुलिया बनाई जाएगी। एस्टीमेट बनाया गया है। स्वीकृति प्रक्रियाधीन है। एक बार बेरिकेडिंग की गई है, ताकि किसी को नुकसान न हो।
संजय माथुर, अधीक्षण अभियंता, नगर विकास न्यास बीकानेर