बारिश के पानी से भरी सड़कें और गलियां नहरबंदी के बीच मंगलवार को शहरी क्षेत्र में भारी बारिश होने के कारण सड़कें दरिया बन गई है। घरों में लोग पीने के पानी को तरस गए हैं वहीं सड़कें और गलियां बारिश के पानी से लबालब हो गई। नाले-नालियों की पर्याप्त सफाई नहीं होने से बारिश के पानी के साथ कीचड़ भी जगह-जगह फैल गया है।
टैंकर संचालकों की मनमानी पर अंकुश व नलकूपों का अधिग्रहण अधर मे, और बढ़ेगी परेशानी
ंनहरबंदी अब महज आठ दिन की रह गई है और जलाशय में पानी का स्तर लगातार घट रहा है। एेसे में आमजन को राहत मिलने की बजाय परेशानी अभी और बढ़ेगी। पानी की किल्लत के चलते टैंकरों की मनमानी पर अंकुश लगाने और निजी नलकूपों का अधिग्रहण करने की प्रस्तावित कार्रवाई अभी भी सिरे नहीं चढी है। तीन दिन पूर्व इसके लिए जिला प्रशासन ने जलदाय विभाग के अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए थे। लेकिन विभागीय स्तर पर गठित टीम ने मंगलवार तक निजी नलकूपों की सूची को फौरी तौर पर ही तैयार किया है। यह सूची जिला प्रशासन तक पहुंने के बाद ही इस योजना पर कार्रवाई की जा सकेगी। फिलहाल प्रशासन की मंशा कागजों तक ही सीमित है। पेयजल संकट के चलते लोग महंगे दामों पर टैंकर संचालकों से पानी खरीद रहे हैं।
ंनहरबंदी अब महज आठ दिन की रह गई है और जलाशय में पानी का स्तर लगातार घट रहा है। एेसे में आमजन को राहत मिलने की बजाय परेशानी अभी और बढ़ेगी। पानी की किल्लत के चलते टैंकरों की मनमानी पर अंकुश लगाने और निजी नलकूपों का अधिग्रहण करने की प्रस्तावित कार्रवाई अभी भी सिरे नहीं चढी है। तीन दिन पूर्व इसके लिए जिला प्रशासन ने जलदाय विभाग के अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए थे। लेकिन विभागीय स्तर पर गठित टीम ने मंगलवार तक निजी नलकूपों की सूची को फौरी तौर पर ही तैयार किया है। यह सूची जिला प्रशासन तक पहुंने के बाद ही इस योजना पर कार्रवाई की जा सकेगी। फिलहाल प्रशासन की मंशा कागजों तक ही सीमित है। पेयजल संकट के चलते लोग महंगे दामों पर टैंकर संचालकों से पानी खरीद रहे हैं।
शहरी क्षेत्र में १९ नलकूपों की सूची तैयार जलदाय विभाग की टीम ने निजी नलकूपों की सूची बनाई है। इसमें फिलहाल १९ नलकूप सूचीबद्ध किए गए है, जो शहरी क्षेत्र में है। इनको अधिग्रहण करने के लिए रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंपेंगे, इसके बाद टैंकरों की दरों को लेकर कोई निर्णय होगा।
– दीपक बंसल, अधीक्षण अभियंता, जलदाय विभाग। पिछले कई दिनों से लगातार बदल रहे मौसम ने मंगलवार को दूसरे दिन फिर पलटा खाया। बीकानेर सहित ग्रामीण अंचल में शाम को करीब पांच बजे आए घने काले बादलों के बाद बूंदाबांदी के रूप में शुरू हुई तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। गांवों में ओलावृष्टि और तेज बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया वहीं शहरों में भी नुकसान हुआ है। बारिश से शहर की गलियों में पानी भर गया। ग्रामीण अंचल में ओलावृष्टि व बारिश से किसानों के खेतों में खड़ी चने, गेहूं, ईशबगोल, जीरा आदि की फसलें नष्ट हो गई है वहीं अनाज मंडियों में किसानों द्वारा बेचने के लिए लाई गई कृषि जिंसे भीग गई।