बुधवार को निगम ने अपने कई संसाधन इस समस्या के समाधान के लिए झोंके। जहां तीन मोटर पम्पों की मदद से पानी का निकालने की व्यवस्था की गई है वहीं नाले व बारिश के कारण क्षेत्र में गंदे पानी को रोकने के लिए बनी हुई कच्ची पाल टूट गई, उसको पुन: सही करने का काम भी युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया गया है। निगम उपायुक्त पंकज शर्मा और अधिशाषी अधिकारी पवन बंसल के नेतृत्व में निगम के अधिकारी और कर्मचारी क्षेत्र में पानी की समस्या के समाधान में जुटे रहे।
तीन पम्प, तीस ट्रेक्टर जुटे कार्यो में
निगम उपायुक्त पंकज शर्मा के अनुसार गली-मोहल्लों में जमा पानी को हटाने के लिए तीन मोटर पम्प की मदद से पानी हटाया जा रहा है। मोहल्ले के पानी को मुख्य सडक़ पर स्थित सीवरेज चैम्बर में डाला जा रहा है। मोहल्ले के पीछे की ओर बड़ी मात्रा में जमा गंदे और बारिश को रोकने के लिए पहले से बनी कच्ची पाल को चौड़ी और मजबूत किया जा रहा है ताकि बारिश के दौरान फिर यह समस्या न हो। उपायुक्त के अनुसार निगम से अनुबंधित तीस ट्रेक्टरों की मदद से शहर के विभिन्न स्थानों से एकत्र किए जा रहे कचरे को, मलबे को पाल मजबूत करने में काम लिया जा रहा है। निगम अभियंता संजय ठोलिया, रामचन्द्र चौधरी, सुरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में पानी निकालने और पाल को मजबूत करने का काम चलता रहा।
मकानों को नुकसान की आशंका
पिछले तीन दिनों से गंदे पानी की समस्या से जूझ रहे स्थानीय निवासी अपने आशियानों को लेकर भी चिंतित है। क्षेत्र में अधिकतर मकान गरीब, मजदूर और दैनिक दिहाड़ी कमाने वाले लोगों के है। उनका कहना है कि पानी से घर घिरे होने से पानी के नींव में पहुंचने और मकानों को नुकसान पहुंचने की चिंता सता रही है। उनका कहना है कि जल्द से जल्द घरों के आगे से पानी हटे ताकि मकानों को नुकसान न पहुंचे।
जल्द होगा समाधान
सुजानदेसर क्षेत्र में मौका स्थल पर पानी निकासी कार्य की मॉनिटरिंग के दौरान उपायुक्त पंकज शर्मा ने बताया कि गलियों से पानी की जल्द निकासी हो इसके लिए तीन पम्प लगाए हुए है, दो और पम्प लगाए जा रहे है ताकि जल्द से जल्द पानी की निकासी हो। वहीं पहले पाल छोटी और कच्ची थी, अब पाल को थोड़ी बड़ी और मजबूत किया जा रहा है ताकि पानी के दबाव के कारण न टूटे।