रेलवे के 32 हजार गार्डो ने कोरोना राहत फंड में 4 दिनों का वेतन देने का लिया निर्णय
अखिल भारतीय गार्ड काउंसिल के 32 हजार गार्डो ने कोरोना वायरस के खिलाफ लोगों की मद्द की मद्द के लिए बनाए गए प्रधानमंत्री राहत कोष में 4 दिनों की सैलरी देने का निर्णय लिया है। 32 हजार गार्डो के 4 दिनों की सैलरी करीब 65 करोड़ रुपए राहत कोष में जमा की जाएगी।
बिलासपुर. अखिल भारतीय गार्ड काउंसिल के 32 हजार गार्डो ने कोरोना वायरस के खिलाफ लोगों की मद्द की मद्द के लिए बनाए गए प्रधानमंत्री राहत कोष में 4 दिनों की सैलरी देने का निर्णय लिया है। 32 हजार गार्डो के 4 दिनों की सैलरी करीब 65 करोड़ रुपए राहत कोष में जमा की जाएगी।
कोरोना के खिलाफ आम जनता की मद्द के लिए बनाए गए राहत फंड में मद्द को हर को सामने आ रहा है। जिससे जो बन पड़ रहा है वह सहायता करने की कोशिश करने में लगा हुआ है। रेलवे कर्मचारी भी कोरोना के खिलाफ चल रही लडाई में देश को मजबूती प्रदान करने अपनी सैलरी में से 4 दिनों की कटौती करने का निर्णय लिया है। अखिल भारतीय गार्ड एसोसिएशन के 32 हजार कर्मचारियों ने अप्रैल व मई में मिलने वाली सैलरी में से 2-2 दिनों की की कटौती कर उक्त रकम को प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा कराने प्रधानमंत्री, प्रधानमंत्री कार्यालय, रेलवे बोर्ड व रेलवे मंत्री को ट्विट किया है। अखिल भारतीय गार्ड एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि कोरोना वायरस का प्रभाव गार्डो व उनके परिजनों को भी होने का खतरा है लेकिन देश की सुरक्षा व आपूर्ति में किसी प्रकार की किल्लत न हो इसको देखते हुए वह ट्रेनों के परिचालन में अपना योगदान दे रहे है। अखिल भारतीय गार्ड काउंसिल के मीडिया प्रभारी रजनी पटेल ने बताया कि वेतन कटौती को लेकर जोनल सेकेटकी डी विश्वास, डिविजन सेकेटरी एके दीक्षित, ब्रांच सेकेटरी बीके तिवारी व अन्य पदाधिकारी ने अपना समर्थन दिया है।