छत्तीसगढ़ का इकलौता ग्रुप इस आयोजन में भारत से भाग लेने वाले 6 दलों में छत्तीसगढ़ से एक मात्र ग्रुप के रूप में आरूग बैंड को आमंत्रित किया गया है । दल प्रमुख अनुज शर्मा सहित 12 सदस्यों वाले आरूग बैंड में विवेक टांक, डेविड निराला, सेवक राम यादव, रामचंद्र सरपे, सौरभ महतो, राम कुमार साहू, दीपमाला शर्मा, सुमन साहू, स्मिता शर्मा, किरण साहू, ज्ञानिता द्वीवेदी शामिल हैं । बैंड के कोरियोग्राफर निशान्त उपाध्याय व ड्रेस डिज़ाइनर विभा आसुतोष हैं ।
16 को फिजी में महकेगी छत्तीसगढ़ी खुशबू आरूग बैंड का कार्यक्रम 16 मार्च को फिजी की राजधानी सुवा में 17 मार्च को अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा वाले शहर नान्डी और 18 मार्च को एक प्रमुख शहर बा में है जहां प्रसिद्ध
शिव मंदिर स्थित है ।
करमा, ददरिया, सुवा गूंजेगा विदेशी धरती पर देश के प्रतिष्ठित मंचों पर प्रस्तुति देने के बाद बैंड पहली बार विदेश में छत्तीसगढ़ का संगीत परफार्म करने जा रहा है ।
अपनी प्रस्तुति में छत्तीसगढ़ की लोकप्रिय पारम्परिक गायन शैली करमा, ददरिया, सुवा, कायाखंडी के साथ ही साथ ऐसे गीतों का संयोजन भी है जो अब प्रचलन में नहीं है ।
लोक वाद्य यंत्रों का होता है इस्तेमाल इस बैंड की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें केवल पारम्परिक वाद्य यंत्रों का उपयोग किया जाता है । जिनमें दफड़ा, गुदुम, मांदर, ढोल, टिमकी, झांझ, मंजीरा, खंजरी, मोहरी, बांसुरी, हारमोनियम, बेंजो, तबला, ढोलक, घुंघरू आदि का प्रयोग किया जाता है । अत्याधुनिक वाद्य यंत्रों के इस दौर मे केवल लोक वाद्यों का प्रयोग आरूग बैंड को भीड़ से अलग बनाता है ।