बिहार से फरार होने के बाद पुलिस आरोपी का लोकेशन टे्रस कर रही थी। उसका लोकेशन पश्चिम बंगाल के पूर्व वर्धमान में मिला। पुलिस टीम बिहार से पश्चिम बंगाल पहुंची। यहां से पुलिस ने आरोपी सचिन को पकड़ा। उसने पंचराम के खाते से रकम पार करना स्वीकार करते हुए अपने एक्सिस बैंक के खाते में रकम जमा करना स्वीकार किया।
पुलिस ने बताया कि जब आरोपी को पकडऩे पुलिस पश्चिम बंगाल के वर्धमान जिला के स्वस्थीपली गांव पहुंची तो ग्रामीण पुलिस की टीम से सवाल जवाब करने लगे। अपने क्षेत्र के आदमी को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने की बात पर ग्रामीण एकजुट हो गए और हंगामा मचाने लगे। इसके बाद पुलिस ने ग्रामीणों को समझाया और मामले की जानकारी दी इसके बाद ग्रामीण पुलिस के सहयोग के लिए तैयार हो गए। पुलिस ने बताया कि लगातार आरोपी अपना लोकेशन बदल रहा था। ऐसे में जब पुलिस से आरोपी का सामना हुआ तो भागने लगा, पुलिस ने उसे दौड़ाकर पकड़ा।
आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने आरोपी को 4 सितंबर को बिलासपुर लेकर आई। यहां उसे गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट में पेश करने के बाद रिमांड पर लिया गया। पूछताछ में उसने बताया कि ठगी की रकम 5 लाख रुपए को उसने अपने खाते में रखा है। पुलिस ने आरोपी के खाते को सीज कराया। वहीं आरोपी ने अपने साथी पंकज कुमार मंडल पिता मनोज कुमार (19) निवसी ग्राम पताईथान जिला दुमका, झारखंड के साथ मिलकर ठगी करना स्वीकार किया। आरोपी पंकज को पुलिस ने झारखंड में दबिश देकर पकड़ा। उसके कब्जे से पुलिस ने ठगी की रकम से खरीदी गई स्कार्पियो जेएच 15 क्यू 7298, 3 मोबाइल जब्त किया। आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने कोर्ट के आदेशपर जेल भेज दिया है।