scriptभगवानों के बीच लड़ाई नहीं, तीनों लोकों में सामांजस्य बनाते थे देवर्षि नारद | Celebrated Narada Jayanti in Bilaspur | Patrika News
बिलासपुर

भगवानों के बीच लड़ाई नहीं, तीनों लोकों में सामांजस्य बनाते थे देवर्षि नारद

Narada Jayanti: तीनों लोकों के संवाददाता थे देवर्षि नारद, आज के नारद भी राष्ट्रहित में समझें अपनी जिम्मेदारी

बिलासपुरJul 14, 2019 / 09:51 pm

Murari Soni

Celebrated Narada Jayanti in Bilaspur

भगवानों के बीच लड़ाई नहीं अपितु तीनों लोकों में सामांजस्य बनाते थे देवर्षि नारद

बिलासपुर. देवर्षि नारद भगवानों के बीच चुगली या विवाद करवाकर आनंद नहीं लेते थे बल्कि वे मानव जाति की उन्नति-प्रगति के लिए कार्य करते थे। देवर्षि नारद(Narada Jayanti)आधुनिक पत्रकार की तरह तीनों लोकों के एक संवाददाता थे। जो तीनों लोकों में सामांजस्य बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे। आज आवश्यकता है कि आधुनिक युग के नारद रूपी पत्रकार अपनी जिम्मेदारी समझें। राष्ट्रहित में नकारात्मक विचारों को सकारात्मक में बदलें और युवाओं में जोश भरें, युवा उठें, जागें और तब तक संघर्ष करें जब तक की आपको विजय प्राप्त न हो जाए। यह संवाद रविवार को देवर्षि नारद जयंती के अवसर पर आयोजित संगोष्टी में मुख्य वक्ता डॉक्टर संतोष जामदर ने व्यक्त किए। विश्व संवाद केंद्र छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा देवर्षि नारद जयंती पर तिलक नगर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में व्याख्यान माला का आयोजन हुआ।

Celebrated <a  href=
Narada Jayanti in Bilaspur” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2019/07/14/narad_jayanti_02_4837494-m.jpg”>हमारे ऋषि-मुनि और वेद-पुराण हमारे अनुभव:
डॉक्टर संतोष जामदार ने कहा कि देवर्षि नारद सहित हमारे ऋषि मुनि और वेद पुराण हमारे अनुभव हैं। विदेशियों ने इसे सिर्फ भारतीय मैथोलॉजी का नाम देकर इन्हें दरी किनारे खिसका दिया था, लेकिन आज पूरा विश्व दरी किनारे खिसकाए गए हमारे अनुभवों को झांक रहा है। हमारे देश में 40 प्रतिशत से अधिक युवा हैं और देश पूरी ताकत के साथ आगे बढ़ रहा है। दुनिया में हमारे युवा छाए हुए हैं। हमारी संस्कृति के ताने-बाने से हमारा समाज बंधा हुआ है, जबकि अन्य देशों में परिवारों में बिखराव है। विदेशों में माता पिता की देखरेख सरकार की एनएचएस संस्थाओं को करनी पड़ती हैं, जबकि हमारे बुजुर्ग अपने परिवार के साथ रहते हैं। आने वाले 75 वर्ष हमारे देश के लिए स्वर्णिम हैं।
बॉक्स..

ब्रम्हांड के पहले पत्रकार थे देवर्षि नारद:
वहीं कार्यक्रम के मुख्यातिथि बेलतरा विधायक रजीनीश सिंह ने कहा कि देवर्षि नारद (Narada Jayanti)ब्रम्हांड के पहले पत्रकार थे, जो सभी देवताओं को बीच एक माध्यम बनकर लोकहित का कार्य करते थे। पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है, हमारा समाज चार स्तंभों पर टिका है।

अनेकों बुद्धिजीवी रहे मौजूद:
कार्यक्रम में विश्व संवाद केंद्र के संयोजक डॉक्टर प्रफुल्ल कुमार शर्मा, मुख्य वक्ता डॉक्टर संतोष जामदार मौजूद रहे। मुख्यातिथि बेलतरा विधायक रजनीश सिंह थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता बिलासपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष तिलकराज सलूजा ने की। आभार डॉक्टर विनोद तिवारी ने व्यक्त किया। कार्यक्रम के दौरान ब्रजेंद्र शुक्ला, संदीप गुप्ता, डॉक्टर जितेंद्र जानदार, काशी गोरे, प्रफुल्ल शर्मा, डॉक्टर सुरेंद्र, दिनेश मिश्रा सहित अनेकों पत्रकार और बुद्धिजीवी मौजूद रहे।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो