फर्जी नियुक्ति आदेश का ऐसे हुआ खुलासा : आरोपियों को लाखों रुपए देने के बाद भी पीडि़तों को जब नौकरी में ज्वाईनिंग नहीं मिली तब परेशान होकर पीडि़त पक्ष ने फर्जी नियुक्ति पत्र में जिस अधिकारी का नाम था, उससे अर्थात रीता यादव उप सचिव छग शासन राजस्व व आपदा प्रबंधन विभाग से मुलाकात कर वस्तुस्थिति जानने का प्रयास किया, तभी बड़े ठगी की मामले का खुलासा सामने आया। जिसके बाद लगातार पैसे वापसी की मांग पीडि़त पक्ष के द्वारा तीनों व्यक्ति से मांग की जाने लगी, तब कुछ दिन में पैसे वापसी करने की बात कह कर गुमराह किया जा रहा है। वहीं पैसे मांगने गए महिलाओं से भी दुव्र्यवहार किया गया। जिसके बाद आखिरकार तंग आकर पीडि़त पक्ष के द्वारा पुलिस में शिकायत दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ जांच और कार्यवाही की मांग की है।
आरोपियों को नौकरी के लिए ब्याज में पैसे लेकर दिए : मुकेश कुमार पीडि़त ने बताया की उसने 2 लाख रुपए ब्याज में पैसे लेकर डीएन मिश्रा सहित तेज प्रकाश टोप्पो व नासिर तिग्गा को दिया है। तीनों व्यक्तियों के द्वारा पीडि़तों से नौकरी लगा देने के नाम पर नगद व खाते में पैसे लिए गए हैं। पीडि़त पक्ष के द्वारा ऋण में लिए गए ब्याज को 10 प्रतिशत प्रतिमाह पटाया जा रहा है, जिसको पटाने के लिए वह शादी-विवाह में पैड बजाकर रकम कमा कर पैसे पटा रहा है।