मुख्यमंत्री ने मासिक रेडियो वार्ता में छत्तीसगढ़ की संस्कृति में मातृशक्ति की पूजा की परम्परा का उल्लेख कर उनका नमन करते हुए अपनी बात की शुरुआत की। लोकवाणी में माताओं.बहनों ने राज्य सरकार के सुपोषण अभियान की सराहना करते हुए इसे गर्भवती और शिशुवती माताओं के लिए फायदेमंद बताया। मुख्यमंत्री ने लोकवाणी में कहा कि राज्य में हमारी सरकार आने के बाद यहां महिलाओं के हित तथा उत्थान पर विशेष ध्यान देते हुए पहली प्राथमिकता मातृशक्ति को दी गई है। महिलाओं को ध्यान में रखते हुए राज्य में पहली बार तीजा तथा हरेली जैसे त्यौहारों में अवकाश घोषित किए गए। जिससे वे पूरे उत्साह तथा धूमधाम से पूरे परिवार के साथ खुशी.खुशी त्यौहार मनाएं।
राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव दिसंबर में
मुख्यमंत्री बघेल ने लोकवाणी में यह जानकारी भी दी कि आगामी 27, 28 और 29 दिसंबर को राजधानी रायपुर में राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसमें विकासखण्ड स्तर पर प्रतियोगिता होगी। चुने हुए नृत्य दल जिला तथा राज्य स्तर पर प्रदर्शन करेंगे। इससे ब्लॉक से लेकर राज्य स्तर तक प्रतिभाओं को आगे आने का मौका मिलेगा।
गौरा-गौरी, गोवर्धन पूजा को अब गौठान दिवस
छत्तीसगढ़ में गौरा.गौरी उत्सव और गोवर्धन पूजा को गौठान दिवस के रूप में मनाने का भी निर्णय लिया है। मातृशक्ति के सम्मान तथा नारी के उत्थान के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के अवसर पर 2 अक्टूबर से राज्य में सुपोषण अभियान की शुरूआत की गई है। सुपोषण अभियान बच्चों में कुपोषण दूर करने सहित गर्भवती माताओं तथा शिशुवती माताओं के लिए बहुत फायदेमंद है।