क्षेत्र में लगातार हो रही चोरी की वारदात ने पुलिस को सकते में डाल रखा था विशेष टीम का गठन व घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगालने के दौरान पुलिस को सूचना मिली की कुछ बच्चे नेहरुनगर स्थित सूने मकान में कुछ दिनों से चहल कदमी कर रहे है। संदेह के आधार पर पुलिस ने जब सूने मकान में दबिश दी तो तलाशी के दौरान पुलिस को कुछ समान मिले चोरा माल होने की संभावना पर पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ के लिए सादे वर्दी में कुछ को तैनात कर दिया।
इस दौरान क्षेत्र के कुछ बच्चें घर में दाखिल होकर कुछ समान को ले जाने लगे तो पुलिस की टीम ने बच्चों को अभिरक्षा में लेकर बाल हितैषी कक्ष पहुंचे, अभिभावकों के सामने पूछताछ के दौरान अपचारी बालकों ने शौख(drug addict kids) पूरा करने के लिए चोरी करना स्वीकार कर लिया। सभी को किशोर न्यायलय में पेश कर पुलिस मामले की जांच कर रही है। चोरी के मामले में सुलझाने में सिविल लाइन पुलिस के एएसआई भरत राठौर, प्रधान आरक्षक अशोक कश्यप, प्रधान आरक्षक विष्णु साहू, आरक्षक दीपक उपाध्याय, आरक्षक मनोज बघेल, आरक्षक जय साहू, आरक्षक विवेक राय, आरक्षक तरूण केशरवानी व तदबीर सिंह की विशेष टीम गठित हुई थी।
किशोरों से पूछताछ में छ: चोरी का खुलासा
सिविल लाइन पुलिस की विशेष टीम की पूछताछ पता चला की वारदात को अंजाम देने वाले तीनों अपचारी बालक 12 से 15 वर्ष के है। तीनों ने बताए अनुसार बच्चों ने स्वर्णीम तिवारी पिता सुशील तिवारी नेहरु नगर, के घर से लौपटाप, दोने की अंगूठी व अन्य सामन कुल 70 हजार, सुशील गौराहा के घर से इंडक्शन चुल्हा, मोबाइल व अन्य सामन लगभग 50 हजार व आकांक्षा मिश्रा का मोबाइल फोन व दो अन्य स्थानों से मोबाइल की चोरी स्वीकार किया है।
गुटखा व सिगरेट के सौख को पूरा करने करते थे चोरी पुलिस की पूछताछ में अपचारी बालकों ने बताया कि वह चोरी अपने सौख को पूरा करने के लिए चोरी किया करते थे। चोरी की रकम की राशी बच्चों ने गुटखा व सिगरेट में ही खर्च की है। बच्चों की गुटखा व सिगरेट की आदत से पालक भी परेशान थे लेकिन सौख पूरा करने के लिए चोरी कर रहे है इसकी जानकीर परिजनों को भी नहीं थी।
चोरी के मामले की जांच के दौरान कुछ अहम सुराग हाथ लगे थे। पतासाजी के दौरान टीम को पता चला की कुछ अपचारी बालक (Criminal children)वारदात में शामिल है। अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई तो मामले का खुलासा हो गया। चोरी का समान जब्त किया गया है। पूछताछ में चोरी की वजह अपने सौख को पूरा करना बच्चों ने बताया है।
कलीम खान, थाना प्रभारी सिविल लाइन